भोपाल। इस साल लगातार अच्छा प्रदर्शन कर एशियाई टूर ऑर्डर ऑफ मैरिट का खिताब जीतने वाले शुभंकर शर्मा ने कहा कि ब्राजील में हुए 2016 रियो ओलंपिक में जीका वायरस फैलने के कारण ओलंपिक नहीं खेल सका था, जिसका मुझे मलाल है। हर खिलाड़ी का ओलंपिक में पदक जीतने का सपना होता है। यह अपना टोक्यो ओलंपिक में जरूरी पूरा करूंगा। शुभंकर शर्मा टीटी नगर स्टेडियम में आयोजित बाल भवन स्कूल के एनुअल स्पोट्र्स मीट में बतौर मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि गोल्फ को ओलंपिक में शामिल करने के बाद मैं ओलंपिक में खेलने के लिए पॉजिटिव हंू। मैं अभी इंडिया का टॉप गोल्फर हूं तो टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वीफाई भी कर सकता हूं। टोक्यो ओलंपिक से गोल्फ खेल को काफी प्राथमिकता मिलेगी। बतां दे कि ओलंपिक में गोल्फ को रियो ओलंपिक से शामिल किया गया है लेकिन कोई भारतीय गोल्फर इसमें भाग नहीं लिया था। ओलंपिक में हर देश से सिर्फ दो गोल्फर ही पार्टिसिपेट कर सकते हैं।
क्रिकेटर्स को गोल्फ खेलने से प्रोफेसनल गोल्फर को कोई फर्क नहीं पड़ता
कपिल देव, रवींद्र जडेजा और मुरली कार्तिक जैसे सीनियर क्रिकेटर्स को गोल्फ खेल के जुडऩे के सवाल पर इस भारतीय युवा गोल्फर शुभंकर शर्मा ने कहा कि क्रिकेटर्स को गोल्फ खेलने के बाद प्रोफेशनल गोल्फर को कोई फर्क नहीं पडऩे वाला। हम प्रोफेशन गोल्फर हैं जबकि वे सिर्फ शौकिया तौर पर खेलते हैं। ये बात और है कि मीडिया में क्रिकेटर्स को गोल्फर के रूप में काफी कवर किया जाता है। उन्होंने कहा कि गोल्फ के लिए 35 साल की उम्र यंग मानी जाती है और 40 साल की उम्र में तो खिलाड़ी अपना कॅरियर बनाता है।
गोल्फ सीखने के लिए महंगी स्टिक खरीदने की जरूरत नहीं
स्कूलों में गोल्फ को बढ़ावा देने के सवाल पर सर हेनरी कॉटन रूकी ऑफ द ईयर का अवार्ड जीतने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि शहर के बड़े-बड़े स्कूलों बच्चों को गोल्फ सीखना चाहिए। गोल्फ सीखाने के लिए आपको महंगी किट खरीदने की जरूरत नहीं है जब आप प्रोफेशनल हो जाएं तो खुद खरीद सकते हैं। स्टिक महंगी लेनी की जरूरत नहीं हैं शुरुआत में आप किसी भी स्टिक से गोल्फ की प्रैक्टिस कर सकते हैं। बच्चों को गोल्फ गेम के अंदर आना चाहिए और सीखना चाहिए कि गोल्फ है क्या। उन्होंने कहा कि कई स्कूल्स इस खेल को बढ़ावा देने के लिए मेहनत कर रहे हैं लेकिन अभी और अवेयरनेश की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जापान में लोग पार्किंग जैसी जगहों पर गोल्फ खेलते नजर आ जाते हैं।
सफल गोल्फर एक सलाहकार और सेकेट्री होता है केडी
एक सफल गोल्फर के पीछे केडी के योगदान पर शुभंकर ने बताया कि गोल्फ कोर्स में हम आठ घंटों तक खेलते हैं मगर केडी की सलाह भी काफी मायने रखती है। केडी को गोल्फर का गेम पता होता है। गोल्फ में 14 स्टिक्स होती है। कितना क्लब और कितना डिस्टेंस देखना है इसके लिए हवा और खास देखना ये सब केडी की सलाह से की एक गोल्फर समझ पाता है। वे एक गोल्फर का सलाहकार और सेकेट्री के रूप में होता है। मेरे केडी विक्की हैं जो पिछले पांच सालों से साथ में ही रहते हैं। उनकी सलाह मेरी के लिए बहुत काम आती है।
दो महीने में स्कूल के बच्चे सीख सकेंगे गोल्फ: डॉ. थाउसेन
इस मौके पर खेल संचालक डॉ. एसएल थाउसेन ने बताया कि हम जल्द ही गोल्फ को बढ़ावा देने के लिए स्कूली बच्चों के लिए अगले दो महीनों में एक गोल्फ तैयार किया जाएगा। जिसमें आप-पास के स्कूलों के साथ टाइअप किया जाएगा। इसमें बच्चों के लिए गोल्फ के इक्यूपमेंट रखे जाएंगे। जिसमें वे गोल्फ सीख सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि ये गोल्फ कोर्स मप्र घुड़सवारी अकादमी के सामने बनाया जाएगा। इनके अलावा बाहर के यूथ भी यहां आकर खेल सकेंगे। इसके लिए उनसे कुछ फीस ली जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर के आर्मी और भेल गोल्फ कोर्स में ज्यादा यूथ गोल्फ नहीं खेल पाते, अब इन खिलाडिय़ों को गोल्फ खेलने और सीखने का मौका भी मिल जाएगा।