नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने शुक्रवार को कहा कि देश की अग्रणी महिला खिलाड़ी पीवी सिंधु इस साल होने वाले ऑल इंग्लैंड और विश्व चैम्पियनशिप में जीत का परचम लहराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सिंधु ने जिस तरह से 2018 का अंत किया है उसे देखकर उम्मीद है कि वह इस साल ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीत भारत के 18 साल के सूखे को खत्म करेंगी। सिंधु ने 2018 का अंत वर्ल्ड टूर फाइनल्स की जीत के साथ किया था।
भारत के लिए गोपीचंद ने आखिरी बार 2001 में इस टूनार्मेंट का खिताब जीता था। उनसे 21 साल पहले प्रकाश पादुकोण ने 1980 में भारत को पहली बार ऑल इंग्लैंड टूनार्मेंट का खिताब दिलाया था।
पीवी सिंधु के बीते साल के प्रदर्शन पर गोपीचंद ने कहा, “मुझे लगता है कि बीते साल सिंधु ने सभी बड़े टूनार्मेंट में शानदार प्रदर्शन किया। वर्ल्ड टूर फाइनल्स की जीत सबसे बेहतर है। इस साल की शुरुआत के लिए यह अच्छा है।” सिंधु ने इस साल राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों, विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया था। वहीं इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन में वह दूसरे स्थान पर रही थीं।
गोपीचंद ने कहा कि इस साल ओलम्पिक क्वालीफायर भी हैं, इसलिए टीम का मकसद टोक्यो में होने वाले खेलों के महाकुंभ के लिए क्वालीफाई करना है। उन्होंने कहा, “इस साल हमारे पास दो बड़ टूनार्मेंट, ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप और विश्व चैम्पियनशिप होनी हैं। साथ ही ओलम्पिक क्वालीफाइंग भी हैं। हमारा मुख्य लक्ष्य अच्छी रैंकिंग हासिल करना होगा ताकि हम ओलम्पिक के लिए बड़ी टीम के साथ क्वालीफाई कर सकें।”