नागपुर। भारत ने यहां विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में मंगलवार (5 मार्च) को खेले गए दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को आठ रनों से हराने के साथ ही वनडे क्रिकेट में अपनी 500वीं जीत दर्ज कर ली है। भारत ने वनडे क्रिकेट में अब तक कुल 963 मैच खेले हैं जिसमें से उसने 500 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 414 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। दो बार की विश्व विजेता भारत (1983 और 2011) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 133 मैचों में 49 जीते हैं और 74 हारे हैं। वहीं, वेस्टइंडीज के खिलाफ उसने 126 मैचों में 59 जीते हैं और 62 हारे हैं।
टीम ने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 131 मैचों में 54 जीते हैं और 73 हारे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उसने 99 मैचों में 53 जीते हैं और 41 हारे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने 35 मैचों में 29 जीते हैं और पांच हारे हैं। भारत ने आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों में से सभी जीते हैं। श्रीलंका के खिलाफ उसने अब तक 158 मैच खेले हैं, जिसमें उसने 90 जीते हैं और 56 हारे हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ वह दो में से एक मैच जीता है। भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 83 मैचों में से 34 में जीत दर्ज की है, जबकि 46 में उसे शिकस्त मिली है। वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ उसने 106 मैचों में 55 जीते हैं और 45 हारे हैं।
जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत ने अबतक 63 मैचों में 51 में जीत दर्ज की है और 10 हारे हैं। संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ तीनों मैच में भारत को जीत मिली है। भारत ने नीदरलैंड्स के खिलाफ दो में से दो, हांगकांग के खिलाफ दो में से दो, केन्या के खिलाफ 13 में से 11 और स्कॉटलैंड के खिलाफ एक में एक जीता है।
जानिए, किस देश ने जीते हैं कितने वनडे मैच
ऑस्ट्रेलिया- 1971-2019 – 924 (मैच) – 558 (जीते) – 323 (हारे)
भारत- 1974-2019 – 963 (मैच) – 500 (जीते) – 414 (हारे)
पाकिस्तान- 1973-2019 – 907 (मैच) – 479 (जीते) – 401 (हारे)
वेस्टइंडीज- 1973-2019 – 793 (मैच) – 390 (जीते) – 365 (हारे)
दक्षिण अफ्रीका- 1991-2019 – 606 (मैच) – 374 (जीते) – 210 (हारे)
इंग्लैंड – 1971-2019 – 726 (मैच) – 362 (जीते) – 330 (हारे)
न्यूजीलैंड – 1973-2019 – 758 (मैच) – 342 (जीते) – 370 (हारे)
विजय शंकर ने कहा- मैं ऐसे ही किसी मौके की तलाश में था
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार को खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारत को 8 रनों से रोमांचक जीत दिलाने वाले हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर ने कहा है कि वह इसी मौके की तलाश में थे और दबाव में अच्छा करना चाहते थे। भारत ने विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.2 ओवर में 250 रनों का स्कोर बनाया और फिर ऑस्ट्रेलिया को 49.3 ओवर में 242 रनों पर रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 11 रन बनाने थे और गेंद शंकर के हाथों में थी।
विजय शंकर ने पक्की की भारत की जीत
शंकर ने 50वें ओवर की पहली गेंद पर मार्कस स्टोइनिस (52) को पगबाधा आउट कर भारत की जीत लगभग पक्की कर दी। इसके बाद उन्होंने तीसरी गेंद पर एडम जम्पा (2) को बोल्ड कर भारत को 8 रनों से रोमांचक जीत दिला दी। शंकर ने मैच के बाद कहा, ‘मेरे लिए यह एक अवसर था। ईमानदारी से कहूं तो मैं इसी मौके की तलाश में था। मैं दबाव में अच्छा करना चाहता था। डेथ ओवर में गेंदबाजी करने में आनंद आया। मैं खुद से यही कह रहा था कि आखिरी ओवर मुझे डालना है। मैं चुनौती लेने के लिए तैयार था।’
विजय शंकर बोले- मुझे खुद पर भरोसा था
विजय शंकर ने 15 रन देकर 2 विकेट लिए। उन्होंने 46 रन भी बनाए। उन्होंने कहा, ‘जब आप देश के लिए खेल रहे होते हैं तो ऐसी ही चुनौतियों के लिए तैयार होने की जरूरत होती है। आखिरी ओवर में केवल मानसिक तौर पर स्पष्ट रहने की जरूरत थी। मुझे केवल सही जगह सही गेंद डालनी थी और मैंने ऐसा ही किया। मुझे खुद पर भरोसा था कि यह मैं ऐसा कर सकता हूं।’