नई दिल्ली : Ind vs WI 2nd one day match: विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम जब विशाखापत्तनम में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में खेलने उतरेगी तो उसके सामने वही पुरानी कहानी होगी जिससे वे पिछले कुछ समय से जूझते हुए आए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच में कोहली की टीम को अपने गेंदबाजी संयोजन से परेशान होना पड़ा था और यही कहानी उसे अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले घरेलू वनडे सीरीज में भी देखने को मिली थी। अब वेस्टइंडीज के पास भारत को उसके घर में वनडे सीरीज में हराने का मौका है क्योंकि 17 साल बाद कीरोन पोलार्ड की अगुआई वाली टीम यह सीरीज जीत सकती है। इससे पहले वेस्टइंडीज ने भारत को 2002/03 की सात मैचों की सीरीज में 4-3 से जीत हासिल की थी।
भारत हारा तो बनेंगे खराब रिकॉर्ड : कोहली की टीम अगर दूसरा मैच गंवा बैठती है तो उसके खाते में कई खराब रिकॉर्ड जुड़ जाएंगे। भारत ने 15 साल पहले घर में दो लगातार वनडे सीरीज गंवाई थी। इसके साथ वे अपने घर में कभी भी पांच लगातार मैच वनडे में नहीं हारे हैं, लेकिन दोनों चीजें बुधवार को हो सकती है। इस सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया ने इस साल मार्च में भारत को वनडे सीरीज में 3-2 से हराया था और उस सीरीज के अंतिम तीनों मैच भारतीय टीम हार गई थी। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला वनडे गंवाने के साथ भारतीय टीम घर में लगातार चार वनडे मैच हार चुकी है। अगर यह मैच भी हार गई तो घर में लगातार दूसरी वनडे सीरीज गंवा बैठेगी।
विराट दे सकते हैं कुलदीप व चहल को मौका : मेहमान टीम के बल्लेबाजों खासकर पिछले मैच के शतकवीर शाई होप और शिमरोन हेटमायर ने कुलदीप और जडेजा को आसानी से खेला था और दोनों गेंदबाजों को कोई विकेट भी हासिल नहीं करने दिया। कोहली को स्लॉग ओवर के ओवरों में दीपक चाहर और मुहम्मद शमी से गेंदबाजी करानी पड़ी और उनके साथ शिवम दुबे को भी गेंद डालने के लिए दी गई। चेन्नई में दोनों टीमों के बीच अंतर यह रहा है कि वेस्टइंडीज के पास सात गेंदबाजों की रणनीति ने उनकी मदद की और पोलार्ड ने हालात का फायदा उठाया जबकि कोहली के पास इतने विकल्प नहीं थे।
शिवम दुबे का वनडे में डेब्यू अच्छा नहीं रहा और उन्होंने 68 रन लुटाए जबकि नौ रन बनाकर आउट हो गए। अब देखना होगा कि क्या कोहली इस मैच में कुलचा रणनीति के साथ उतरेंगे? क्या वह कुलदीप यादव के साथ युजवेंद्र सिंह चहल को भी अंतिम एकादश में शामिल करेंगे? अगर चहल टीम में आते हैं तो दुबे या जडेजा में से किसी एक को अपनी जगह गंवानी पड़ेगी। जडेजा के अनुभव को देखते हुए उन्हें बाहर रखना मुश्किल है जबकि दुबे का बाहर होना तय माना जा रहा है।
हेटमायर व शाई से वेस्टइंडीज को होप : वेस्टइंडीज का शीर्ष क्रम मजबूत है जिसमें सुनील अंबरीश, शाई और हेटमायर शामिल हैं। अंबरीश के लिए पहला मैच अच्छा नहीं रहा था और वह नौ रन पर आउट हो गए थे। वहीं, होप और हेटमायर ने मैच को एकतरफा बनाते हुए टीम को जीत दिलाई थी। एक फिर कैरेबियाई टीम की उम्मीदें उन दोनों बल्लेबाजों पर टिकी होंगी। कैरेबियाई तेज गेंदबाजों शेल्डन कॉटरेल और अलजारी जोसेफ ने अच्छा प्रदर्शन किया। कीमो पॉल समेत वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों ने विविधता का प्रदर्शन किया।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, रिषभ पंत, शिवम दुबे, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्रा सिंह चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, मुहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर।