नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स को करीब से जाने
देश-प्रदेश के खिलाडिय़ों को पर्याप्त प्रोत्साहन मिले तो वे खेल मैदान में धाकड़ प्रदर्शन कर खेल जगत में भारत को विशेष स्थान दिला सकें, इसी बात को ध्यान में रखते हुए पिछले 18 वर्षों से खिलाडिय़ों में कुछ कर दिखाने का जोश और जज्बा भर रही है भोपाल व मप्र से प्रकाशित होने वाली एकमात्र सम्पूर्ण खेल पत्रिका नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स। खेलों के विकास को अपना लक्ष्य बनाकर सफलतापूर्वक अपने काम को अंजाम देते हुए बहुत ही कम समय में नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स खेलों व खिलाडिय़ों का पर्याय बन चुकी है। आज खेल पत्रिका न सिर्फ मध्यप्रदेश में बल्कि देशभर में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। मप्र के अलावा एनएसटी छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड में खिलाडिय़ों के बीच पूरी तरह अपनी छाप छोड़ चुकी है। भारत का खेल धर्म बन चुके क्रिकेट को तो खेल पत्रिका में जगह मिलती ही है, पर ग्लैमरस क्रिकेट की चकाचौंध में कहीं खो गए दूसरे खेलों को भी पत्रिका में स्थान दिया जाता है यानि क्रिकेट, हॉकी, टेनिस, फुटबॉल, एथलेटिक्स, वॉटर स्पोट्र्स, बास्केटबॉल, कबड्डी, टेबल टेनिस, कुश्ती, जूडो आदि सभी खेलों में नेशनल स्पोट्र्स टाइम्स के पन्ने रंगे दिखाई देते हैं। बड़े खेल आयोजनों ओलंपिक, विश्वकप (फुटबॉल, क्रिकेट) आदि मौकों पर खेल पत्रिका के विशेष अंक प्रकाशित किए जाते हैं। मेरी नजर में, खिलाडिय़ों का खिलाड़ी, चौके-छक्के, एक नजर, रंगीन पोस्टर पाठकों की बात, खेल ज्ञान, खेल डायरी जैसे कॉलम पत्रिका का विशेष आकर्षण रहे हैं, साथ ही विशेष रिपोर्ट के जरिए पाठक किसी खिलाड़ी विशेष को बेहद करीब से जान सकते हैं। पाठकों की बात के जरिए वे अपने दिल की बात लोगों तक पहुंचा सकते हैं, तो खेल कार्यक्रम खेलों से जुड़ी खास तिथियों को भूलने नहीं देता, जिससे वे अपने पसंदीदा मैचों के मुताबिक ही अपना कार्यक्रम तय करते हैं।
पत्रिका का प्रकाशन
खेल पत्रिका नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स के प्रधान संपादक इन्द्रजीत मौर्य ने नईदुनिया, राज्य की नईदुनिया, दैनिक जागरण, देशबंधु, चौथा संसार एवं एल.एन. स्टार आदि समाचार पत्रों में कार्य कर खेल पत्रकारिता का खासा अनुभव ग्रहण करने के बाद खेल पत्रिकारिता जारी रखते हुए मई 1994 को भोपाल मप्र में खेल पत्रिका नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स की नींव रखी। साप्ताहिक अखबार के रूप में वरिष्ठ भारतीय पुलिस अधिकारी यशोवर्धन आजाद ने इसकी पहली प्रति का विमोचन किया। तब प्रवेशांक निकालना ही कठिन था। काफी परेशानियों से गुजरने के बाद अखबार को पाक्षिक करना पड़ा और फिर इसे मासिक पत्रिका के रूप में ढाला गया। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैंने और मेरी टीम ने हार नहीं मानी, जिसका परिणाम सामने है कि आज नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स को राष्ट्रीय स्तर पर जानी मानी पत्रिका माना जाता है। पत्रिका को इस मुकाम तक पहुंचाने में पत्रिका के प्रबंध संपादक संजय पांडे, पत्रकार साथियों, खेल संघों, खिलाडिय़ों, विज्ञापनदाताओं, लेखकों का अहम योगदान रहा है। आने वाले वर्षों में नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स नए सौपान चढ़ेगी। ऐसी मुझे पूरी उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है।
नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स का उद्देश्य
जिस दिन से खेल पत्रिका नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स की स्थापना हुई है, पत्रिका का सिर्फ एक ही उद्देश्य रहा है खेलों व खिलाडिय़ों को बढ़ावा देना विशेषकर मध्यप्रदेश के ताकि प्रदेश के खिलाडिय़ों की प्रतिभा राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों के सामने आ सके। खेल चाहे कोई भी हो हर खेल प्रतिभा को स्थानीय स्तर से ही प्रोत्साहित करना खेल पत्रिका का मुख्य लक्ष्य है। अगर खिलाडिय़ों के साथ अन्याय होता है, तो उन्हें अच्छे प्रदर्शन को उत्साह के साथ पत्रिका में प्रकाशित किया जाता है, तो गलतियों पर भी प्रकाश डाला जाता है, ताकि खिलाड़ी परफैक्ट बन सकें और स्वयं के साथ ही देश का नाम भी रोशन कर सकें।
खेल पत्रिका समय-समय पर खेल सेमीनार व अन्य खेल कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए पत्रिका हर वर्ष खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों, खेल प्रमोटरों व खेल पत्रिकारों को नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स अवार्ड समारोह से सम्मानित करती है। छोटे स्तर पर होने वाले अवार्ड समारोह ने वर्ष 2000 से भव्य रूप ले लिया है। हर वर्ष शानदार समारोह का आयेाजन कर व खेल हस्तियों को सम्मानित कर खेल पत्रिका नेशनल स्पोट्र्स टाइम्स खेलों-खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करती है। पत्रिका के द्वारा अब तक धनराज पिल्लै, दिलीप तिर्की, अशोक कुमार ध्यानचंद, एम.के. कौशिक, ए.बी. सुबैया, लिम्बाराम, भारतीय महिला हॉकी टीम-2007, कृपाशंकर पटेल, राजकुमारी डोंडिया, शिखर धवन, समीर दाद, जे.पी. यादव, जफर इकबाल, सैयद जलालुद्दीन, इनामुर रहमान, सुशील दोषी, बिट्टू शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, कमला रावत, राजा अली, भूपेन्द्र सिंह चौहान, एल. सरिता देवी, अजितेश अर्गल, शिवेन्द्र सिंह, अमरजीत बसेडिया, हिमांशु धाकड़, फैजल खान, अनुईया लोनकर, स्वेक्षा प्रकाश, कपिल सक्सेना, रमेश व्यास, यशवंत कुशवाह, भरत यादव, सलीम अब्बासी, राजेन्द्र सिंह, फरहान अंसारी, हस्सू खान आदि खेल हस्तियों को नेशनल स्पोट्र्स टाइम्स खेल अवार्ड से अलंकृत किया जा चुका है।
वेबसाइट एवं ई-पत्रिका
नेशनल स्पोट्र्स टाइम्स ने वक्त के साथ चलते हुए वर्ष 2011 में केवल खेलों-खिलाडिय़ों के लिए अपनी वेबसाइट एवं ई-पत्रिका संस्करण www.nationalsportstimes.com शुरु की जिसका उद्घाटन 18वें नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स खेल अवार्ड के दौरान खिलाडिय़ों के द्वारा किया गया। खेलों से जुड़ी इसी लोकप्रिय वेबसाइट पर प्रति दिन खेल की खबरें, छायाचित्र, लेख आदि खेलों की रोचक जानकारी प्रदर्शित की जाती है वेबसाइट और ई-पत्रिका को कम समय में ही लाखों लोगों ने पसंद किया है। आप भी खेलों का पूरा संसार जानने के लिए जल्दी लॉगऑन करें www.nationalsportstimes.com