नई दिल्ली: अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच ग्रेटर नोएडा के ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स ग्राउंड पर सोमवार(9 सितंबर) से खेला जाना है। टेस्ट मैच से एक दिन पहले अफगानिस्तान के ओपनर इब्राहिम जादरान ने बारिश से भीगे मैदान पर फील्डिंग ड्रिल के दौरान कैच लेते समय अपना टखना मोड़ लिया। अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने कहा कि वे टॉस से पहले जादरान की उपलब्धता पर फैसला लेंगे, लेकिन वे स्टेडियम की सुविधाओं से प्रभावित नहीं हैं, जो कभी अफगानिस्तान क्रिकेट (ACB) का होम ग्राउंड हुआ करता था। उन्होंने कहा, “इब्राहिम जादरान के टखने में चोट लग गई है। अभी उनकी निगरानी की जा रही है और हम कल फैसला लेंगे।”
लगातार बारिश ने अफगानिस्तान के एक सप्ताह के ट्रेनिंग कैंप में बाधा डाली है। टीम दो तीन दिवसीय मैच के बजाय केवल एक ही खेल पाई। दूसरी ओर, न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के दो अभ्यास सत्र बारिश के कारण पूरी तरह से धुल गए और रविवार को टीम ने गीली आउटफील्ड के कारण नियमित फील्डिंग प्रैक्टिस भी नहीं किया। न्यूजीलैंड के कप्तान टिम साउथी से सवाल हुआ कि क्या मैदान टेस्ट क्रिकेट की मेजबानी के लिए फिट है? उन्होंने कहा, “मैदान की स्थिति मैच रेफरी और अधिकारी फैसला लेते हैं। वे तय करते हैं कि यह पर्याप्त रूप से उपयुक्त है या नहीं। अगर वे कहते हैं कि ‘यह उपयुक्त है’तो हम जाकर खेलते हैं।”
ड्रेनेज की स्थिति बहुत खराब
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मुकाबले में स्टेडियम में नमी और गीलापन दोनों ही देखने को मिलेंगे। यहां ड्रेनेज की स्थिति बहुत खराब है और बारिश की भी संभावना है,इसलिए टेस्ट मैच के पहले दिन खेल होने की संभावना बहुत कम है। एक्यूवेदर के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार सुबह 10 बजे तक 44 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है।
खराब व्यवस्था
इंडियन एक्सप्रेस ने पिछले हफ्ते खराब ड्रेनेज सिस्टम, गीले आउटफील्ड और पानी से भरे प्रैक्टिस पिच के बारे में रिपोर्ट की थी, जिसे ग्राउंडस्टाफ टेबल फैन की मदद से सुखाने की कोशिश कर रहे थे। रविवार दोपहर तक पिच तैयार की जा रही थी। सुबह जब भारी बारिश के कारण अफगानिस्तान का अभ्यास सत्र रोका गया, तो ग्राउंड स्टाफ को ढकी हुई पिच से पानी वाइप करते देखा गया। पानी को बाल्टी में डालने के बजाय वे इसे गेंदबाज के रनअप की ओर बहा रहे थे। एसीबी अधिकारी द्वारा इशारा किए जाने के बाद मैदान के क्यूरेटर अमित कुमार शर्मा बाल्टी और मग लेकर पिच की ओर दौड़े, ताकि ग्राउंड स्टाफ को रोका जा सके।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं
हालांकि, यह टेस्ट मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) साइकल का हिस्सा नहीं है। 2017 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस स्टेडियम पर बैन लगा दिया था। यानी यह स्टेडियम बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की जांच के दायरे में आ चुकी है। अफगानिस्तान के कप्तान शाहिदी ने अपनी बात को बेबाकी से रखते हुए कहा, “सुविधाएं वैसी ही हैं जैसी 4 साल पहले थीं। सब कुछ वैसा ही है, कुछ भी नहीं बदला है।”
लखनऊ और देहरादून में टेस्ट खेला है अफगानिस्तान
यह तीसरा ऐसा मैदान है जहां अफगानिस्तान भारत में टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले, उन्होंने 2019 में आयरलैंड और वेस्टइंडीज की मेजबानी की थी। आयरलैंड का मैच देहरादून में खेला गया था, जबकि वेस्टइंडीज का मैच लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था।
लखनऊ या देहरादून में मैच चाहता था अफगानिस्तान
एसीबी के एक अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बताया, ” हमारी पहली पसंद लखनऊ स्टेडियम था और दूसरी देहरादून। बीसीसीआई ने हमारे अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया और हमें बताया गया कि दोनों राज्य अपनी-अपनी टी20 लीग की मेजबानी कर रहे हैं। यह एकमात्र उपलब्ध मैदान था और हमारे पास कोई और विकल्प नहीं बचा था। आप मेरी बात पर यकीन नहीं करेंगे, लेकिन अफगानिस्तान के स्टेडियमों में इस स्टेडियम से बेहतर सुविधाएं हैं। हमने पिछले कुछ सालों में अपने बुनियादी ढांचे में सुधार किया है, लेकिन जैसा कि शाहिदी ने बताया है, यहां कुछ भी नहीं बदला है।”
एट्री फ्री, लेकिन फैंस बैठेंगे कहां?
मेजबान एसीबी के पास भी कोई जवाब नहीं है क्योंकि उन्हें अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि वे मीडिया स्टैंड कहां रखेंगे। फैंस के लिए एंट्री फ्री है, लेकिन टीम के पवेलियन और बॉक्स को छोड़कर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसमें मुश्किल से 100 सीटें हैं। बारिश की संभावना होने के कारण, मैदान के चारों ओर शामियाना (अस्थायी टेंट हाउस) बनाए गए हैं।