नई दिल्ली। काफी समय तक टीम इंडिया में नहीं चुने जाने के दर्द से निपटने के लिए फुटबाल से प्रेरणा लेने वाले क्रिकेटर श्रेयस अय्यर ने शनिवार को यहां कहा कि अपने क्लबों के लिए शानदार खेल दिखाने के बाद भी कई खिलाड़ी फीफा विश्व कप के लिए अपने देश की टीम में जगह नहीं बना पाते हैं. श्रेयस काफी समय से घरेलू क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनके नाम की कभी चर्चा तक नहीं हुई थी. हाल ही में उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई टी -20 टीम के लिए चुना गया है.
उन्होंने शनिवार को देवधर ट्राफी के फाइनल में ताबड़तोड़ शतकीय पारी खेलने के बाद कहा, ‘‘ ऐसा सिर्फ क्रिकेट में नहीं होता है, बल्कि फुटबाल और दूसरे खेलों में भी ऐसा ही होता है. आपने देखा होगा कि क्लबों के लिए शानदार खेलने वाले कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलती है. इन छोटी-छोटी बातों से मुझे वह करने की प्रेरणा मिलती है जो मैं अभी कर रहा हूं.’’
शानदार पारी खेली थी देवधर ट्रॉफी फाइनल में
भारत बी की कप्तानी करते हुए फाइनल में अय्यर ने 148 रनों की पारी खेली. उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए छह एकदिवसीय और छह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का मौका भी मिला है लेकिन टीम के नियमित सदस्य नहीं बन पाए. अय्यर ने कहा, ‘‘मुझे इस बात का एहसास है कि ऐसा केवल मेरे नहीं बल्कि कई अन्य खिलाड़ियों के साथ भी हो रहा है. मैं दूसरे खिलाड़ियों की निराशा को महसूस कर सकता हूं. मुझे लगता है कि यह हर खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है. उन्हें इससे निपटना होगा.’’
काफी समय से अच्छे प्रदर्शन के बाद भी नजरअंदाज किए जा रहे थे अय्यर
अय्यर वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गयी टी -20 टीम का हिस्सा हैं लेकिन कई बार बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि पहले वह भी इन बातों से प्रभावित होते थे लेकिन अब इस पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं लगातार मैच खेल रहा हूं. इसलिए एक बार में एक मैच के बारे में सोचता हूं क्योंकि चयन मेरे हाथ में नहीं है. मेरा काम रन बनाना है और अब मैं सिर्फ इसी बात पर ध्यान देता हूं. ’’