नई दिल्ली: पाकिस्तान के टेस्ट कोच के पद से हटने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में जेसन गिलेस्पी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB)पर निशाना साधा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा है कि पीसीबी नहीं चाहता था कि वह रहें। उन्होंने बोर्ड के साथ संवाद की कमी और हाई-परफॉरमेंस कोच टिम नीलसन को बर्खास्त किए जाने को अपने इस्तीफे का कारण बताया। गिलेस्पी को सबसे ज्यादा परेशानी इस बात से हुई कि उन्हें और टिम नीलसन को पीसीबी से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और उन्हें लगा कि वे सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। टेस्ट कप्तान शान मसूद के साथ उनका तालमेल अच्छा था और उनके बीच कोच-खिलाड़ी का रिश्ता भी मजबूत था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाज अप्रैल में टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के कोच बने। अक्टूबर में इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से जीत भी दिलाई, जबकि पहला मैच पाकिस्तान पारी और 47 रन से हार गया था। हार के बाद गिलेस्पी ने बताया कि जिस टेक्स्ट ग्रुप का वह हिस्सा थे, उसने में संदेश मिला कि एक नया चयन पैनल होगा, जिसका कोच हिस्सा नहीं था।
गिलेस्पी ने क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिलेस्पी ने कहा, ” मुझे लगता है कि परेशान करने वाली बात यह थी कि एक मुख्य कोच के रूप में आप अपने नियोक्ता (Employer) के साथ स्पष्ट संवाद करना पसंद करते हैं। टिम नीलसन को बताया गया कि उनकी सेवाओं की अब आवश्यकता नहीं है और मुझे इस बारे में किसी से भी बिल्कुल भी नहीं बताया गया। मुझे लगता है कि पिछले कुछ महीनों में हुई कई अन्य चीजों के बाद, शायद यही वह क्षण था जब मुझे लगा कि वे मुझे यह काम करने देने चाहते हैं या नहीं यह साफ नहीं है।”
मैच से एक दिन पहले ही टीम के खिलाड़ियों के बारे में सूचना मिलती थी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिलेस्पी ने कहा, “मुझे या पीसीबी को जो भी फीडबैक मिला वह यह था कि टिम अपनी भूमिका में कितने प्रभावी रहे हैं और खिलाड़ी उनसे बहुत कुछ हासिल कर रहे हैं।” गिलेस्पी ने महसूस किया कि कोच के रूप में उनकी भूमिका कम होती जा रही है, क्योंकि उन्हें मैच से एक दिन पहले ही टीम के खिलाड़ियों के बारे में सूचना मिलती थी। उन्होंने कहा, “आप सभी हितधारकों, उदाहरण के लिए चयनकर्ताओं के साथ स्पष्ट संवाद स्थापित करना चाहते हैं और मुख्य कोच के रूप में खेल से काफी पहले या कम से कम खेल से एक दिन पहले यह जानना चाहते हैं कि टीम क्या है?”