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Friday, May 2, 2025

RCB की टीम लगातार जीत के बाद टीम के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं एक बार फिर से बलबती हो गई हैं हालांकि ये भी सच है कि उसके लिए टॉप 4 में जाना इतना आसान भी नहीं है

नई दिल्ली: आईपीएल का ये सीजन पल पल रंग बदल रहा है। कहां तो आरसीबी यानी रॉयल चैलेजर्स बेंगलुरु की टीम इस टूर्नामेंट से बाहर होने के मुहाने पर खड़ी थी, लेकिन अब लगातार जीत के बाद टीम के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं एक बार फिर से बलबती हो गई हैं। हालांकि ये भी सच है कि उसके लिए टॉप 4 में जाना इतना आसान भी नहीं है। क्योंकि टीम को अपने मैच तो जीतने ही होंगे, साथ ही ये भी उम्मीद करनी होगी कि बाकी टीमों के रिजल्ट भी उसी के मुताबिक आएं। ये संभव तो नहीं लगता, लेकिन असंभव भी नहीं है। चलिए जरा समझते हैं कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम प्लेऑफ में कैसी पहुंचेगी।

आरसीबी ने बुधवार को धर्मशाला में खेले गए मुकाबले में पंजाब किंग्स को 60 रन से करारी मात दी। इससे उसे कई फायदे ​हुए। एक तो टीम को दो अंक मिल गए हैं और चुंकि जीत बड़ी थी, इसलिए उसके नेट रन रेट में भी काफी ज्यादा इजाफा हो गया है। यही कारण है कि टीम अभी भी टॉप 4 में जा सकती है। इस जीत के बाद एक बार​ फिर से आरसीबी फैंस की उम्मीदें आसमान पर चली गई हैं। आरसीबी को सबसे पहले तो टॉप 4 में जाने के लिए जो करना होगा, वो ये कि उसे अपने बचे हुए दोनों मैच हर हाल में जीतने होंगे। मजे की बात ये है कि पिछली जीत के बाद भी आरसीबी के स्थान में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। टीम पहले भी नंबर 7 पर थी और अभी भी वहीं पर है। लेकिन उससे आगे चल रही एलएसजी और दिल्ली कैपिटल्स से उनका नेट रेट ज्यादा हो गया। एलएसजी और डीसी के पास भले ही 12 अंक हों, लेकिन उनका नेट रन रेट माइनस में है और आरसीबी का अब प्लस में चला गया है।

आरसीबी को अपने लगातार 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। अगर उसमें से टीम एक भी मैच जीत गई होती तो उसकी किस्मत उसी के हाथ में होती, लेकिन यही तो आईपीएल का रोमांच है। अब अपनी जीत के साथ ही उसे दूसरी टीमों के रिजल्ट पर भी निर्भर रहना होगा। आरसीबी के जहां अब दस अंक हो गए हैं, वहीं दिल्ली कैपिटल्स, चेन्नई सुपर ​किंग्स और एलएसजी के पास 12 अंक हैं। यानी आरसीबी केवल दो ही अंक इन टीमों से पीछे है। आरसीबी अपने बचे हुए दोनों मैच जीत जाती है तो उसके पास कुल 14 अंक हो जाएंगे तो क्वालीफाई करने के लिए काफी हैं। लेकिन दिक्कत ये है कि बाकी टीमें टीमें भी अपने मैच खेलेंगी और वे अगर जीत गई तो आरसीबी की दिक्कत बढ़ जाएगी।

आरसीबी के जो दो मैच बाकी हैं, उन्हें उसे अपने घर ही खेलना है, इसका फायदा तो टीम को ​मिलेगा ही। 12 मई को आरसीबी की भिड़ंत दिल्ली कैपिटल्स से होगी, वहीं चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उसे 18 मई को टकराना है। सीएसके की टीम अभी तीन मैच और खेलेगी। चेन्नई की टीम अपने बचे हुए तीनों मैच लाइन से हार जाती है तो आरसी​बी के लिए आसान हो जाएगा। सीएसके पास अभी 12 अंक हैं, यानी टीम लगातार हारती रही तो उसके 12 ही अंक रह जाएंगे, वहीं आरसीबी के 14 हो जाएंगे। वहीं दिल्ली की टीम को आरसीबी और उसके बाद एलएसजी से भी हारना होगा। लेकिन वो चेन्नई से जीत जाए। मतलब ये हुआ कि चेन्नई 12 अंक पर रुक जाएगी। आरसीबी के 14 अंक हो जाएंगे, वहीं दिल्ली की टीम केवल चेन्नई को हराए और बेंगलुरु के बाद एलएसजी से हार जाए। ऐसे में दिल्ली की टीम भी 14 अंक पर रुक जाएगी।

इस समीकरण के हिसाब से राजस्थान रॉयल्स और केकेआर टॉप 2 की टीमें रहेगी, वहीं तीसरी टीम आरसीबी बन जाएगी और एलएसजी की टीम चौथे नंबर पर फिनिश कर सकती है। इसके अलावा एक और संभावना है। इसमें एसआरएच और सीएसके की टीम यहां से अपने सारे मैच हार जाएं तो क्या होगा। एसआरएच की टीम 14 और सीएसके की टीम 12 अंक पर रुक जाएगी। अगर ये दोनों टीमें 16 अंक तक पहुंच गई तो आरसीबी के लिए दिक्कत हो सकती है। लेकिन अगर एक ही टीम 16 अंक तक पहुंची तो टीम की संभावनाएं रहेंगी। ऐसी स्थिति में आरसीबी के साथ ही एक और टीम के बराबर 14 अंक हो जाएंगे। अगर नेट रन रेट आरसीबी का ज्यादा रहा तो टीम टॉप 4 में एंट्री करने में कामयाब हो जाएगी। हालांकि ये समीकरण काफी उलझे हुए हैं। लेकिन संभावनाएं तो हैं ही।

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