नई दिल्ली: रणजी ट्रॉफी 2023-24 की शुरुआत में दिग्गज खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे ने कहा था कि वह घरेलू क्रिकेट के इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके भारतीय टीम में जगह चाहते हैं। साथ ही मुंबई को 42वां खिताब दिलाना चाहते हैं। रहाणे का बल्लेबाज के तौर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, लेकिन उनकी कप्तानी में मुंबई की टीम खिताब जीत सकती है। रणजी ट्रॉफी फाइनल में उसने विदर्भ के खिलाफ मजबूत पकड़ बना ली है। वानखेड़े में खिताबी मुकाबले इस बल्लेबाज ने कप्तानी पारी खेली। दूसरी पारी में उन्होंने 72 रन बनाए। रहाणे ने सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर खान के साथ बेहतरीन साझेदारी करके मुंबई को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पहली पारी में 7 रन बनाकर आउट होने वाले रहाणे ने दूसरी पारी में 143 गेंद पर 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 73 रन बनाए। वह जब क्रीज पर आए तब मुंबई का स्कोर 2 विकेट पर 34 रन था। इसके बाद उन्होंने मुशीर के साथ 130 रन की साझेदारी की। वह जब आउट हुए तब मुंबई का स्कोर 3 विकेट पर 164 रन था। मुंबई की बढ़त 283 रन की हो गई थी।
रहाणे नहीं लगा पाए एक भी शतक
रणजी ट्रॉफी 2023-24 में अजिंक्य रहाणे के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 17.83 की औसत से 8 मैच की 13 पारी में 214 रन बनाए। उन्होंने 2 अर्धशतक जड़ा और एक भी शतक नहीं लगा पाए। 3 बार डक पर आउट हुए। उन्होंने 19 चौके और 2 छक्के लगाए थे। उनका सर्वोच्च स्कोर 73 रन है। रणजी के बाद रहाणे आईपीएल 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)के लिए खेलते दिखेंगे।
टीम इंडिया से चल रहे बाहर
अजिंक्य रहाणे ने पिछले घरेलू सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की टीम में चुना गया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चुना गया। फिर अय्यर और राहुल की वापसी के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया। साउथ अफ्रीका दौरे पर वह नहीं गए। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी उनका और दिग्गज चेतेश्वर पुजारा का नहीं चयन हुआ। विराट कोहली और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में रजत पाटीदार, सरफराज खान और देवदत्त पडिक्कल जैसे खिलाड़ियों को मौका मिला।