नई दिल्ली । अंशू जामसेन्पा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को चौथी बार फतह कर लिया है। इसके साथ ही वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। अब उनका सपना पांचवीं बार इसपर चढ़ाई करने का है। इसके लिए अरुणाचल प्रदेश की यह पर्वतारोही दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर दस दिन के भीतर फिर से चढ़ेंगी। अंशू अगर इस बार अपने इस दोहरे अभियान में सफल हो जाती हैं, तो वह माउंट एवरेस्ट पर पांच बार चढ़ाई करने का एक नया रिकॉर्ड बनाएंगी।
दो बच्चों की मां अंशू ने शनिवार सुबह 1.45 बजे चौथी बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू की थी। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने दो अप्रैल को असम में हरी झंडी दिखाकर अंशू के एवरेस्ट फतह करने के दोहरे अभियान का आगाज किया था। मंगलवार सुबह नौ बजे विश्व के सबसे ऊंचे शिखर पर राष्ट्रध्वज लहराया। अंशू ने इससे पहले मई, 2011 में दो बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की थी और इसके बाद 18 मई, 2013 को उन्होंने तीसरी बार फिर इसे फतह किया।
अंशू के पति वांग अरुणाचल पर्वतारोहण और साहसिक खेल संघ के प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा कि कैंप के अधिकारियों ने अंशू से बात की है और उन्होंने सूचना दी है कि अंशू बिल्कुल स्वस्थ हैं और डबल एसेंट की कोशिश करना चाहती हैं। अंशू तुरंत दोबारा एवरेस्ट को चढ़ाई करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। हमने पांचवें अभियान के लिए पहले ही भुगतान कर दिया है और इससे संबंधित सारी कागजी कार्रवाई भी पूरी कर दी है। अंशू बुधवार या गुरुवार को बेस कैंप पहुंच सकती हैं और गुरुवार को टीम उनके दोबारा एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू करने पर फैसला लेगी। सभी को उनकी उपलब्धि पर गर्व है। भारत और अरुणाचल प्रदेश के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी देश की इस बेटी को बधाई दी है। खांडू ने कहा, अंशू तुमने माउंट एवरेस्ट पर देश का ध्वज चौथी बार लहराकर हम सभी को गौरवान्वित किया है। अरुणाचल की बेटी को मेरी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं। मैं शुभकामनाएं देता हूं कि आपके भावी अभियान सफल हों और इसी तरह आप देश को गौरवान्वित करती रहें।”