नई दिल्ली: आईपीएल में स्टार बल्लेबाज बनने से पहले आशुतोष शर्मा के जीवन में बहुत उतार चढ़ाव आए। बचपन से लेकर और रेलवे में जॉब मिलने से पहले आशुतोष का जीवन कठिनाईयों भरा रहा है। उन अंधरों की गहराइयों से निकल आशुतोष ने अपनी मेहनत की रोशनी से अपना जीवन रौशन कर लिया है। आईपीएल में अपनी पहली फिफ्टी जड़कर फैंस का दिल जीत लिया है। आशुतोष शर्मा मध्य प्रदेश के शहर रतलाम से संबंध रखते हैं। वह मात्र आठ साल की उम्र में इंदौर आ गए थे। यहां उनका जीवन कठिनाइयों से भरा रहा। 10 साल की उम्र से ही वह खुद से खाना बनाते थे, खुद कपड़े धोते थे। कई बार आशुतोष के पास पैसे नहीं होते थे तो उन्हें अंपायरिंग करके पैसे कमाने पड़ते थे, जिससे कम से कम से कम एक समय के खाने का जुगाड़ हो जाता था, लेकिन किस्मत तब पल्टी जब MPCA एकेडमी में पूर्व भारतीय क्रिकेटर अमय खुरसिया का साथ मिला।
रेलवेज ने जताया था भरोसा
आशुतोष शर्मा का संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ था। 2018 में आशुतोष ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए डेब्यू किया। अगले सीजन एमपी के लिए अपने आखिरी टी20 मैच में उन्होंने 84 रन बनाए। 2020 में अंडर-23 में दो शतक लगाए। इसके बावजूद उन्हें कई बार टीम में अंदर-बाहर किया गया। उन्होंने रेलवेज में जाने की सोची। रेलवेज में कोच और चयनकर्ताओं ने आशुतोष पर अपना पूरा भरोसा जताया और उनकी काफी मदद की।
आईपीएल में जड़ी पहली हाफ सेंचुरी
आज पंजाब किंग्स के लिए आईपीएल में दमदार प्रदर्शन करके खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। पंजाब किंग्स ने मिनी ऑक्शन में आशुतोष को 20 लाख रुपये में खरीदा था। पंजाब के लिए अभी तक खेले चार मैच में आशुतोष ने 17 गेंद पर 31, 15 गेंद पर नाबाद 33, 16 गेंद पर 31 और मुंबई के खिलाफ 28 गेंद पर 61 रन की ताड़तोड़ पारी खेली है। मुंबई के खिलाफ वह मैच तो नहीं जिता पाए, लेकिन फैंस का दिल जरूर जीत ले गए।