नई दिल्ली: बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में चेन्नई में जहां भारत के दिग्गज खिलाड़ियों जैसे कि रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल ने निराश किया तो वहीं यशस्वी जायसवाल ने 56 रन की पारी खेली। लंबे समय बाद टेस्ट में वापसी करने वाले ऋषभ पंत ने भी अच्छा प्रयास किया और टीम के लिए 39 रन बनाए, लेकिन पहली पारी में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रवि अश्विन ने कमाल कर दिया और बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट करियर का छठा शतक लगा दिया।
अश्विन का टेस्ट में पहला शतक
आर अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार शतकीय पारी खेली तो वहीं भारतीय धरती पर टेस्ट क्रिकेट में ये उनका चौथा शतक भी रहा। अश्विन ने इस शतक से पहले टेस्ट क्रिकेट में एक शतक इंग्लैंड के खिलाफ तो वहीं 4 शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाए थे। इस मैच में भारत के 6 विकेट 144 रन के स्कोर पर गिर गए थे और उसके बाद अश्विन ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए कमाल की साझेदारी की और भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
अश्विन ने खेली तेज पारी
आर अश्विन ने इस मैच में 58 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया था और फिर उन्होंने अपना शतक 108 गेंदों पर पूरा किया। इस शतकीय पारी के दौरान उन्होंने 2 छक्के और 10 चौके लगाए। टेस्ट क्रिकेट में चेन्नई में ये उनके टेस्ट करियर का दूसरा शतक रहा। अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए चौथी बार शतकीय पारी खेलने का कमाल किया। अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में पहली पारी में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए पहली बार शतक लगाने का भी कमाल किया। इस शतकीय पारी के साथ अश्विन ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर के 101वें मैच को यादगार बना दिया।
अश्विन जडेजा के बीच हुई रिकॉर्ड साझेदारी
चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अश्विन क्रीज पर 102 रन बनाकर नाबाद थे जबकि जडेजा 86 रन पर नाबाद रहते हुए पवेलियन लौटे। इस मैच में सातवें विकेट के लिए दोनों के बीच नाबाद 195 रन की साझेदारी हुई और टेस्ट क्रिकेट में 7वें विकेट के लिए भारत की तरफ से बांग्लादेश के खिलाफ ये सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई। इस मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 339 रन बना लिए हैं।