बेंगलुरू | भारत के स्टार आॅफ स्पिनर आर अश्विन पिछले चार सालों से घरेलू श्रृंखला में भारत की जीत में अहम किरदार निभाते रहे हैं। स्पिन की मददगार भारतीय पिचों पर मेहमान टीमों के लिए आर अश्विन सबसे बड़ा सिर दर्द साबित होते रहे हैं। आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में आर अश्विन उतने प्रभावी नहीं रहे थे और भारतीय टीम को उस मैच में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, बेगलुरू टेस्ट मैच की पहली पारी में भी आर अश्विन फीके नज़र आए और मात्र दो विकेट ही हासिल कर सके। पुणे की पिच के साथ ही बेंगलुरू की पिच भी स्पिन गेंदबाजों के लिए टर्न से भरपूर थी। स्टीव ओकीफी, नाथन लॉयन और रवींद्र जडेजा ने एक ओर जहां काफी विकेट झटके वहीं, अश्विन उतने प्रभावी नहीं रहे। कहीं ना कहीं अश्विन को भी ऐसी विकेट पर अपने प्रदर्शन को देखकर संतोष नहीं हो रहा था और उन्होंने बेंगलुरू टेस्ट मैच की चौथी पारी में वह कसक पूरी कर ली।
बेंगलुरू में उन्होंने कंगारुओं को अपनी कला का नमूना दिखाया और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उनकी गेंदों के सामने नाचते नजर आए। बेंगलुरू में चौथी पारी में विकेटों का ‘छक्का’ लगाकर टीम इंडिया को चौथे ही दिन जीत का तोहफा देने में अहम भूमिका निभाने वाले अश्विन ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी को एक रिकॉर्ड के मामले में पीछे छोड़ दिया। हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ सबसे कम टेस्ट मैचों में 250 टेस्ट विकेट चटकाने का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू टेस्ट की दूसरी पारी में मिचेल स्टार्क का विकेट लेते ही भारत की ओर से सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने के मामले में पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी को पीछे छोड़ दिया और वह इस सूची में पांचवें नंबर पर पहुंच गए।
इसके आलावा आर अश्विन टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे कम टेस्ट मैचों में सर्वाधिक बार 5 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन ने अब तक टेस्ट मैच की एक पारी में 25 बार पांच या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया है। अश्विन ने यह कारनामा अपने 47वें टेस्ट मैच में अंजाम दिया। वहीं, रिचर्ड हैडली ने 62 टेस्ट मैचों में इस मुकाम तक पहुंचे थे। मुथैया मुरलीधरन ने 63 मैचों में यह कारनामा किया था। रंगाना हेराथ को इस मुकाम तक पहुंचने में 73 टेस्ट मैचों का सफर तय करना पड़ा। वहीं, डेल स्टेन ने 76 मैचों में यह कारनामा किया था। इसके आलावा अश्विन भारत की धरती पर सबसे कम टेस्ट मैच खेलकर 200 विकेट लेने का भी रिकॉर्ड बनाया। अश्विन ने भारत में 30 टेस्ट मैच खेलकर 200 विकेट लिया। वहीं, अनिल कुंबले ने 35, हरभजन सिंह ने 40 और कपिल देव ने 38 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी।