नई दिल्ली: 17 मई को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) अपनी वापसी के लिए तैयार है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण 9 मई को टूर्नामेंट को अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। अब दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौते के बाद, दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीग फिर से शुरू होने जा रही है। इस बीच, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने अपने खिलाड़ियों को भारत लौटने या न लौटने के फैसले में पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है।
खिलाड़ियों का कठिन फैसला
पिछले सप्ताह के अंत में भारत- पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के कारण कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और स्टाफ भारत से स्वदेश लौट आए थे। अब, आईपीएल के फिर से शुरू होने के साथ, उनके सामने एक कठिन विकल्प है कि क्या वे लीग के अंतिम चरण के लिए भारत वापस जाएं या राष्ट्रीय जिम्मेदारियों पर ध्यान दें? क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस मामले में अपने खिलाड़ियों को पूरी छूट दी है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने बयान में कहा कि हम अपने खिलाड़ियों के निजी फैसलों का पूरा समर्थन करेंगे, चाहे वे आईपीएल के लिए भारत वापस जाएं या नहीं। जो खिलाड़ी बचे हुए आईपीएल मैच खेलना चाहेंगे, उनकी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की तैयारियों को ध्यान में रखकर टीम प्रबंधन योजना बनाएगा।”
WTC फाइनल की तैयारी
आईपीएल का फाइनल मैच 3 जून को होगा और इसके ठीक आठ दिन बाद 11 जून से लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल शुरू होगा। इस बड़े मुकाबले को देखते हुए, खिलाड़ियों की फिटनेस और मानसिक तैयारी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सीए ने सुरक्षा व्यवस्थाओं और खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने की बात कही है।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी महत्वपूर्ण भूमिका
आईपीएल में कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड और मिचेल स्टार्क जैसे दिग्गज शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया की योजनाओं का अहम हिस्सा हैं। जोश हेजलवुड, जो वर्तमान में कंधे की चोट से जूझ रहे हैं, के समय पर ठीक होने की उम्मीद है। दूसरी ओर मिच मार्श और जोश इंग्लिस जैसे खिलाड़ी आईपीएल के प्लेऑफ की दौड़ में सक्रिय हैं।