मेलबर्न। चौथी वरीयता प्राप्त जापान की महिला टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला सिंगल्स के फाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना चेक गणराज्य की आठवीं वरीयता प्राप्त पेत्रा क्वितोवा से होगा।
21 वर्षीय ओसाका ने सातवीं वरीयता प्राप्त प्लिस्कोवा को एक घंटे 56 मिनट तक चले मैच में 6-2, 4-6, 6-4 से हराकर पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। वह लगातार दूसरे ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची हैं। इससे पहले वह पिछले साल अमेरिकी ओपन के फाइनल में पहुंची थीं जहां उन्होंने सेरेना विलियम्स को मात दी थी।
सेरेना को इस बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल में प्लिस्कोवा ने हराकर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया था। ओसाका अगर यह खिताब जीत लेती हैं तो वह विश्व रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप को पछाड़कर नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगी।
ओसाका ने आसानी से जीता पहला सेट
ओसाका ने मैच में शानदार शुरुआत की। उन्होंने रोड लेवर एरीना में 36 डिग्री सेल्सियस के तापमान में पहला सेट 6-2 से आसानी से जीत लिया। दूसरे सेट में ओसाका के ऊपर प्लिस्कोवा का अनुभव भारी पड़ गया और वह यह सेट 6-4 से जीतकर मैच को तीसरे सेट तक ले गई।
तीसरे सेट में दोनों खिलाडि़यों के बीच कड़ी स्पर्धा देखने को मिली। इस सेट में प्लिस्कोवा ने कुछ अच्छे रिर्टन किए, लेकिन वह ओसाका को यह सेट और मैच जीतने से रोक नहीं पाई। प्लिस्कोवा खिताब जीतने की प्रबल दावेदारों में से एक थीं और उनकी मैच में धीमी शुरुआत उनके पर भारी पड़ गई। चाकू से हुए हमले से उभरकर टेनिस जगत में वापसी करने वाली चेक गणराज्य की दिग्गज खिलाड़ी क्वितोवा ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने खेल में मजबूती हासिल करते हुए क्वितोवा ने महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में अमेरिका की डेनियल कोलिंस को एक घंटे 36 मिनट में 7-6, 6-0 से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई।
क्वितोवा ने अभी तक केवल दो बार विंबलडन ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जीता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब उनके लिए नए साल की शानदार शुरुआत का सबब होगा। वह पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं।
– 21 वर्षीय जापान की नाओमी ओसाका अगर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीत लेती हैं तो पिछले चार साल में अमेरिकी ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन लगातार जीतने वाली सेरेना विलियम्स के बाद पहली महिला खिलाड़ी होंगी
– 10 मैचों से लगातार जीतती आ रही चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा के विजयी अभियान पर विराम लग गया
– 28 वर्षीय पेत्रा क्वितोवा ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली जाना नोवोत्ना के बाद चेक गणराज्य की दूसरी खिलाड़ी हैं। नोवोत्ना 1991 में फाइनल में पहुंची थीं जहां वह मोनिका सेलेस से हार गई थीं
– 28 साल के बाद चेक गणराज्य की कोई खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची हैं। पेत्रा क्वितोवा से पहले जाना नोवोत्ना 1991 में इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी
– 05 साल के बाद 28 वर्षीय पेत्रा क्वितोवा किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं