नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बाबर आजम इन दिनों बेहद बुरी फॉर्म से जूझ रहे हैं. वो बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं. यही कारण भी है कि बाबर अब आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग्स में भी काफी ज्यादा नीचे आ गए हैं. इसी बीच पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर राशिद लतीफ ने भी बाबर के दिमाग को लेकर बड़ी बात कह दी है. बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में बाबर ने 77 गेंदों पर 31 रन बनाए थे. जबकि दूसरी पारी में 18 गेंदों पर 11 रन बनाए.
बाबर ने पिछली 15 टेस्ट पारियों में एक भी फिफ्टी नहीं लगाई. इस दौरान उन्होंने 11, 31, 22, 0, 23, 26, 41, 1, 14, 21, 39, 24, 13, 27 और 24 रन बनाए. बता दें कि बाबर को हाल ही में बल्लेबाजों की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में नुकसान हुआ है. वो तीसरे पायदान से सीधे 9वें पायदान पर फिसल गए हैं और ऐसा उनकी खराब फॉर्म के चलते हुए हैं. पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान टॉप-10 से ही बाहर हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राशिद लतीफ कहा कि बाबर का दिमाग शांत नहीं है. वो वीरेंद्र सहवाग की तरह हैं, जिनकी फॉर्म एक बार चली जाए तो बड़ी मुश्किल से आती है.
बाबर की फॉर्म और उनकी कप्तानी के सवाल पर लतीफ कहा, ‘क्रिकेट का गेम माइंड गेम का होता है. उसका दिमाग शांत नहीं है. उसको पता है उसने क्या गलती की है. उसे शाहीन से कप्तानी नहीं लेनी चाहिए थी. उसने कप्तानी लेने से मना कर दिया था लेकिन उसे जानबूझकर कप्तानी दी गई. इसके बाद उसने वर्ल्ड कप गंवाया और वो और ज्यादा दबाव में आ गया. बाबर आजम पर कई आरोप भी लगे लेकिन वो सब गलत है.’
लतीफ ने आगे कहा, ‘बाबर आजम का गेम पर फोकस नहीं है और वो बाहर की तरफ ध्यान दे रहा है. यही कारण है कि उसका फोकस क्रिकेट पर नहीं है. उसका शॉट सेलेक्शन खराब हो चुका है. टी20 और वनडे की वजह से आपने शॉट मारना ज्यादा कर दिया. आप टेस्ट क्रिकेट को समझ नहीं पा रहे हैं. उसका दिमाग काम नहीं कर पा रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल काफी ज्यादा अभ्यास किया जाता है. प्रैक्टिस गलत हो रही है. ये सभी साइड आर्म से अभ्यास करते हैं. साइड आर्म में दो नैनो सेकेंड की देरी होती है. अभ्यास में जब आप देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि ये लोग प्रैक्टिस में साइड आर्म से फेंकी गई गेंद कनेक्ट कर लेते हैं लेकिन मैच में नहीं कर पाते. क्योंकि साइड आर्म में स्विंग नहीं होती जबकि हाथों से स्विंग होती है. ये दुनियाभर की दिक्कत है.’
लतीफ ने बाबर की तकनीक को लेकर उदाहरण दिया और कहा कि सचिन की तकनीक काफी शानदार थी. वो बुरे फॉर्म में रहते थे लेकिन उससे जल्द ही बाहर निकल जाते थे लेकिन वीरेंद्र सहवाग के साथ ऐसा नहीं था. उनकी जब खराब फॉर्म की शुरुआत होती थी तब वो लंबा समय लेते थे और फिर रन बनाते थे. बाबर के साथ भी ऐसा ही हो रहा है. वो बॉल को सेलेक्ट नहीं कर पा रहा है. उसे समझ नहीं आ रहा है कि वो मारे या छोड़े.