भारतीय महिला टीम ने पहली बार एशियन चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। यह पहला मौका है भारत की कोई टीम यह खिताब जीतने में कामयाब रही है। पहली बार फाइनल में पहुंची भारतीय महिला टीम ने खिताबी मुकाबले में थाईलैंड को 3-1 से मात दी। भारत ने इससे पहले इस प्रतियोगिता में दो पदक जीते थे। भारतीय पुरुष टीम ने 2016 और 2020 में कांस्य पदक हासिल किए थे। भारत ने पहले दो मुकाबले जीतकर दमदार शुरुआत की लेकिन इसके बाद थाईलैंड ने 2-2 से स्कोर बराबर कर दिया। निर्णायक मुकाबले में 17 साल की अनमोल खरब ने खुद से ऊंची रैंक वाली खिलाड़ी को हराकर जीत तय की।
भारत ने की थी दमदार शुरुआत
स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भारतीय महिला टीम को बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के फाइनल में थाईलैंड के खिलाफ शानदार शुरुआत दिलाई। पहले एकल मुकाबले में सिंधु ने विश्व की 17वीं रैंकिंग वाली खिलाड़ी सुपानिदा कटेथोंग को 21-12, 21-12 से हरा दिया। इसके बाद गायत्री गोपीचंद और त्रिसा जॉली की टीम डबल्स मुकाबला खेलने उतरी। उनका सामना थाईलैंड की किटिठारकुल और प्रासजोंगजई से था। इस जोड़ी के खिलाफ उनका रिकॉर्ड 1-4 था। इसके बाजवूद इस जोड़ी ने रोमांचक मुकाबला 21-16 18-21 21-16 से अपने नाम किया। भारत की लीड अब तक 2-0 हो चुकी थी और उन्हें केवल एक और जीत की जरूरत थी।
थाईलैंड की जबरदस्त वापसी
इस जीत के लिए टीम को आखिरी मैच तक का इंतजार करना पड़ा। दूसरे सिंगल्स मुकाबले में बुसानान ओंनबमरुंगफान ने भारत की अस्मिता चालिहा को 21-11,21-14 से महज 35 मिनट में मात दी। वहीं प्रियंका और श्रुति को थाईलैंड की ऐमसार्ड बहनों के खिलाफ 11-21,9-21 से हार का सामना करना पड़ा।
अनमोल खरब ने जीता निर्णायक मुकाबला
इसके बाद एक बार फिर टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी अनमोल खरब के हिस्से आई। खरब वर्ल्ड रैंकिंग 427वें स्थान पर हैं। उन्होंने 45वें नंबर पर पॉर्नपिचा चोइकवोंग को 21-14,21-9 से मात दी। इसके साथ ही भारत ने 3-2 से यह खिताबी मुकाबला अपने नाम किया। यह तीसरा मौका था जब अनमोल ने निर्णायक मुकाबले में जीत हासिल की।