नई दिल्ली: बेंगलुरु एफसी (बीएफसी) ने गुरुवार को श्री कांतीरवा स्टेडियम में हैदराबाद एफसी (एचएफसी) को 3-0 से हराकर इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2024-25 सीजन में अपनी लगातार दूसरी जीत हासिल की। यह जीत बेंगलुरु के हाथों में न होती अगर आखिरी समय में सुनील छेत्री ने मैदान पर आकर गोल न दागे होते। बिना छेत्री के खेल रही बेंगलुरु की टीम हैदराबाद के सामने पानी भरती नजर आई। वही हैदराबाद जो कुछ महीने पहले दिवालिया होने की कागार पर थी।
बेंगलुरु एफसी ने पहले हाफ में गोल किया था। हालांकि हैदराबाद एफसी ने जोरदार जवाब दिया, पराग श्रीवास ने बाएं फ्लैंक से देवेंद्र मुरगांवकर के लिए गेंद को घुमाया। मुरगांवकर ने पास के अंत तक पहुंचने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उनका शॉट लक्ष्य से चूक गया। हैदराबाद एफसी की बैकलाइन को बढ़ाया और कई गोल करने के अवसर बनाए। टीम गोल तो नहीं कर पाई लेकिन उसने बेंगलुरु एफसी की हालत खराब कर दी। 57वें मिनट में टीम को जीत दिलाने के लिए सुनील छेत्री को मैदान पर उतरना पड़ा। उन्होंने दूसरे हाफ में दो गोल दागे और टीम की जीत सुनिश्चित की।
हैदराबाद एफसी के लिए बीते कुछ महीने बहुत मुश्किल रहे थे। वह वित्तीय संकट से जूझ रहे थी। क्लब ने बीते एक साल में खिलाड़ियों को वेतन नहीं दिया था। नाइजीरिया के स्ट्राइकर को पैसा न देने के कारण फीफा ने क्लब पर नए खिलाड़ियों को शामिल करने पर बैन लगा दिया था। वहीं टीम के कई खिलाड़ी सीजन की शुरुआत में टीम में इसलिए शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें वेतन नहीं मिला था। क्लब में काम करने वाले कई लोगों को भी पैसा नहीं मिला था।
तमाम मुश्किलों के बाद किया प्रदर्शन
क्लब को आईएसएल की मालिक फुटबॉल डेवेलेपमेंट लिमिटेड ने पैसा दिया लेकिन इससे मुश्किल पूरी तरह खत्म नहीं हुई। फीफा का बैन हटने के बाद भी खिलाड़ी क्लब के लिए खेलने के लिए तैयार नहीं थे। क्लब ने बहुत मुश्किल से उन्हें मनाया। मैनेजमेंट और टीम के कोच भी अनबन होती रही। इसके बावजूद टीम आईएसएल में टॉप टीमों को टक्कर दे रही है।