नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 से सीरीज गंवा दी। अब उसे ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 5 टेस्ट मैच खेलने हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के उद्देश्य से भारत के लिए यह सीरीज बहुत महत्वपूर्ण है। यदि वह सीरीज का एक भी मैच गंवा देती है तो उसका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो जाएगा।
इसी कारण भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेगी। इसके लिए वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी। इसी के मद्देनजर उसने केएल राहुल और ध्रुव जुरेल को ऑस्ट्रेलिया भेजने का फैसला किया है। केएल राहुल और ध्रुव जुरेल 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले कुछ मैच प्रैक्टिस करने को इंडिया ए टीम में शामिल होने के लिए जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे। बीसीसीआई की वरिष्ठ चयन समिति ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ गुरुवार से मेलबर्न में शुरू होने वाले दूसरे चार दिवसीय मैच से पहले इन दोनों को मंगलवार सुबह तक भेजने का फैसला किया है।
भारतीय टीम दो बैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरने वाली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टीम प्रबंधन और चयन समिति ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि केएल राहुल और ध्रुव जुरेल ने ज्यादा नहीं खेला है। केएल राहुल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में पहला टेस्ट खेला, लेकिन उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। श्रृंखला में ध्रुव जुरेल की एकमात्र भागीदारी एक स्थानापन्न विकेटकीपर के रूप में थी जब ऋषभ पंत के घुटने में चोट लगी थी।
पहले टेस्ट से पहले India A के खिलाफ निर्धारित अभ्यास मैच को सेंटर-विकेट मैच सिमुलेशन के पक्ष में रद्द कर दिया गया है। भारतीय टीम पर्थ के पुराने टेस्ट स्थल WACA में ट्रेनिंग करेगी, जबकि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा।