नई दिल्ली। वर्ल्ड फुटबॉल में ब्राजील का हमेशा से ही दबदबा रहा है फिर चाहे सीनियर लेवल हो या जूनियर। 6 अक्तूबर से भारत की मेजबानी में शुरू होने वाले फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के लिए ब्राजील टीम ने भी कमर कस ली है। टीम इस बार मैदान में 14 साल का खिताबी सूखा खत्म करने के इरादे से उतरेगी। ब्राजील की टीम गुरुवार को मुंबई फुटबॉल एरिना में न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच खेलने उतरेगी।
एक दशक तक दबदबा: ब्राजील का अंडर-17 विश्व कप में एक दशक तक दबदबा रहा है। इस दौरान ब्राजील की टीम ने 1995 से लेकर 2005 तक जूनियर फुटबॉल में अपनी बादशाहत कायम रखी। इस दौरान ब्राजील की टीम 1997, 1999 और 2003 में विश्व चैंपियन बनी। इसके अलावा 1995 और 2005 में भी ब्राजील खिताबी मुकाबले में पहुंची लेकिन उपविजेता रही।
चैंपियन बनने का मौका: ब्राजील टीम के कोच कालरेस अमेडयू को उम्मीद है कि इस बार उनकी टीम चैंपियन बनने में जरूर सफल रहेगी। हालांकि उन्होंने माना कि अगले महीने होने वाला वर्ल्ड कप सभी टीमों के लिए खुला है जिसमें सभी के पास खिताब जीतने का मौका होगा। अमेडयू ने बुधवार को कहा, मैं इस विश्व कप को बराबरी के विश्व कप के रूप में देखता हूं। यूरोप की सभी टीमें काफी मजबूत है, जिसमें स्पेन और इंग्लैंड शामिल है। दक्षिण अमेरिकी टीमें मैक्सिको और अमेरिका के साथ काफी मजबूत हैं। अफ्रीकी टीमों ने अंडर-17 वर्ल्ड के टूर्नामेंट में अच्छा किया है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि शायद यह बराबरी का वर्ल्ड कप होगा क्योंकि कई टीमों के पास खिताब जीतने का मौका है।
ब्राजील टीम का टूर्नामेंट में रहा है दबदबा
3 बार ब्राजील की टीम 1997, 1999, 2003 में विश्व कप चैंपियन बन चुकी है।
5 बार ब्राजील फाइनल में पहुंची और दो बार (1995, 2005) टीम उपविजेता रही।
2 नंबर पर है ब्राजील सर्वाधिक खिताब जीतने वाली टीम नाइजीरिया (5) के बाद।
11 साल पहले आखिरी बार ब्राजील फाइनल में पहुंची और मैक्सिको से हार गई।
ब्राजील और अमेरिका ने सर्वाधिक 17 में से 16 बार विश्व कप में शिरकत की है। ब्राजील के रोनाल्डिन्हो एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होने अंडर 17 और सीनियर टीम में खिताब जीता। 1985 से 2005 तक टूर्नामेंट में 16 टीमें भाग लेती थीं। अब 24 टीम खेलेती हैं। तीन टीमें नाइजर, न्यू कैलेडोनिया और भारत पहली बार विश्व में खेलने उतरेंगी।