लंदन। पिछले कुछ महीनों से चर्चा में नस्लभेद का मुद्दा काफी चर्चा में रह है। वेस्टइंडीज के क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी इस बारे में खुलकर अपनी राय दी है। पूर्व कप्तान डेरेन सैमी हों मौजूदा कप्तान जेसन होल्डर या ओपनर क्रिस गेल सबने इस मुद्दे को गंभीर बताया है। होल्ड ने कहा था कि इस मामले में दोषी को वैसी ही सजा मिलनी चाहिए जैसे किसी मैच फिक्सिंग करने वाले खिलाड़ी को मिलती है।
वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर कार्लोस ब्रेथवेट ने कहा है कि नस्लवाद के खिलाफ लड़ाई में एक घुटने पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करना, या बैच लगाना काफी नहीं है बल्कि इसके लिए मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। अमेरिका में पुलिस हिरासत में हुई अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद ब्लैक लाइव्स मैटर नाम के आंदोलन ने पूरे विश्व में जोर पकड़ा है। ब्रेथवेट को लगता है कि वक्त की जरूरत कानून में बदलाव की है।
ब्रेथवेट ने कहा, “अकेले में एक घुटने पर बैठकर विरोध करना, बैच पहनना काफी नहीं है। जरूरत है मानसिकता में बदलाव की। मेरे लिए यह सिर्फ उबटन की तरह है, जो शायद कुछ चीजें बदल सकता है।”
उन्होंने कहा, “सबसे बड़ा बदलाव कानूनी रूप से करना है और पूरे समाज को दोबारा से बदलना है। ऐसा क्यों है कि जब हम प्लेन में जाते हैं तो किसी को बहुत घनी दाढ़ी में देखते हैं तो लगता है कि वह आतंकवादी है? जब हम सुपरमार्केट में कोई अश्वेत लड़के को देखते हैं तो क्यों लगता है कि वह कर्मचारी है। यह बड़ी चर्चा है। हम किस तरह से अपनी मानसिकता को बदलेंगे यह बड़ी चर्चा है एक घुटने पर बैठने से कई ज्यादा।
इंग्लैंड- वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से क्रिकेट पर लंबा ब्रेक लग गया था। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली जाने वाली सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है। 8 जुलाई को दोनों देशों के बीच तीन मैचों की सीरीज का पहला मैच शुरू होगा। वेस्टइंडीज इस कोरोना काल में विदेशी दौरा करने वाली पहली टीम बनीं है।