नई दिल्ली। वेस्टइंडीज टीम के धाकड़ सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल किसी भी गेंदबाज की धज्जियां उड़ा सकते हैं। उन्होंने ऐसा एक दो बार नहीं, बल्कि सैकड़ों बार किया है। ऐसा ही एक मैच साल 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हुआ था, जिसमें क्रिस गेल टी20 मैच में दोहरा शतक जड़ सकते थे, लेकिन एक खिलाड़ी के कारण ऐसा नहीं हो सका था, क्योंकि उनको आखिरी के ओवरों में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल पाया था।
दरअसल, 24 अप्रैल 2013 को आइपीएल का एक लीग मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) और पुणे वॉरियर्स इंडिया के बीच खेला गया था। इस मैच में क्रिस गेल ने महज 66 गेंदों में 175 रन की निजी तूफानी पारी खेली थी। टी20 लीग के इतिहास का ये अब तक का सबसे बड़ा निजी स्कोर है। इस पारी में क्रिस गेल के बल्ले से 13 चौके और 17 छक्के निकले थे। सिर्फ छक्कों से ही क्रिस गेल ने शतक पूरा कर दिया था, क्योंकि उनके छक्कों को जोड़ा जाए तो 102 रन होते हैं।
भुवनेश्वर कुमार(4 ओवर में 23 रन) को छोड़ दें तो क्रिस गेल ने सभी गेंदबाजों को पीटा था। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी ने 263 रन बनाए थे। इस मैच में मेजबान टीम ने 130 रन से जीत दर्ज की थी, लेकिन अब क्रिस गेल ने कहा है कि वे इस मैच में दोहरा शतक लगा सकते थे, लेकिन एबी डिविलियर्स ने काम खराब कर दिया था। क्रिस गेल ने अपनी टीम किंग्स इलेवन पंजाब के साथी केएल राहुल और मंयक अग्रवाल से खुलकर बात की।
दरअसल, एबी डिविलियर्स उस समय बल्लेबाजी करने आए थे जब आरसीबी की पारी की 22 गेंद बची थीं। उस समय क्रिस गेल 155 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और उनको 45 रनों की दरकार दोहरा शतक बनाने में थी, लेकिन एक डिविलियर्स ने तूफानी तेवर दिखाते हुए 8 गेंदों में 3 चौके और 3 छक्कों की मदद से 31 रन बना दिए। इस तरह गेल शतक नहीं जड़ सके। गेल ने इसको लेकर कहा है कि हमारी टीम का उद्देश्य था कि 170-180 रन बन जाएं, क्योंकि विकेट अच्छा था।
जमैका के रहने वाले क्रिस गेल ने कहा है, “मैं उस लय में था। कभी-कभी एक बल्लेबाज के रूप में आप जानते हैं कि आप कुछ भी गलत नहीं कर सकते हैं और यह मेरा एक दिन था। यह इतना मज़ेदार था कि मैं 175 के साथ समाप्त हो गया और मैं कह रहा था कि टीम को कुल स्कोर इतना होना चाहिए। मुझे 200 मिल सकते थे अगर ABD नहीं आता और आतिशी पारी नहीं खेलता।”