नई दिल्ली: वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश का टाटा स्टील चेस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन जारी है। उन्होंने पांचवें राउंड के मुकाबले में बुधवार को विजक आन जी को मात दी। इस जीत से गुकेश को डबल फायदा हुआ। वह न सिर्फ भारत के नंबर वन खिलाड़ी बने बल्कि उन्होंने वर्ल्ड रैंकिंग में भी चौथा स्थान हासिल किया। गुकेश वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद पहली बार कोई टूर्नामेंट खेल रहे हैं।
वर्ल्ड चैंपियनशिप टीम का हिस्सा थे विंसेंट
गुकेश ने पांचवें राउंड के मैच जर्मनी के विंसेंट केमार को मात दी जो कि कुछ महीने पहले तक उनकी ही टीम का हिस्स थे। सिंगापुर में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में गुकेश का सामना चीन के डिंग लिरेन था। इस चैंपियनशिप की तैयारी के लिए गुकेश ने जो टीम तैयार की थी उसमें विंसेंट भी शामिल थे। उन्होंने गुकेश को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में काफी मदद की।
गुकेश के खिलाफ उन की ही रणनीति का इस्तेमाल
गुकेश ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में कोशिश की थी कि वह लिरेन के खिलाफ मैचों को लंबा खींचे। वह चाहते थे कि लिरेन थक जाएं। विंसेंट ने भी बुधवार को गुकेश के खिलाफ यही प्रयोग अपनाया। उन्होंने कोशिश की और मैच को लंबा खींचा। वह शुरू से ही मजबूत पॉजिशन में नहीं थे लेकिन वह मैच को खींचकर 72वें मूव तक ले गाए। दोनों के बीच छह घंटे लंबा मैच चला। गुकेश को विंसेंट के बाद अपने एक और साथी का सामना करना है। पेंटाला हरिकृष्णा भी गुकेश की वर्ल्ड चैंपियनशिप टीम का हिस्सा थे।
गुकेश सातवें राउंड में उनका सामना करने उतरेंगे। गुकेश के लिए हालांकि यह कोई मुश्किल की स्थिति नहीं है। वह अपने विपक्षी को लेकर एक खिलाड़ी के तौर पर देखते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने टूर्नामेंट से पहले कहा था कि विंसेंट और हरिकृष्णा का सामना करना उनके लिए खास होगा। गुकेश ने कहा, ‘एक बार जब मैं बोर्ड पर पहुंच जाता हूं, तो आम तौर पर मुझे प्रतिद्वंद्वी की परवाह नहीं होती, चाहे वह एक अच्छा दोस्त हो या कोई और। यह हमेशा की तरह व्यवसाय होगा। पिछले साल के दौरान हमारे बीच एक मजूबत रिश्ता बना। मुझे ख़ुशी है कि वे इस टूर्नामेंट में खेल रहे हैं।”