भोपाल। ‘माँ तुझे प्रणाम’ योजनांतर्गत झाबुआ, सागर और सीहोर जिले की बेटियों का 72 सदस्यीय दल टी.टी. नगर स्टेडियम से आज जयगांव (पश्चिम बंगाल) भारत-भूटान अंतर्राष्ट्रीय सीमा की अनुभव यात्रा के लिए रवाना हुआ। संयुक्त संचालक डाँ. विनोद प्रधान ने दल प्रभारी श्री प्रदीप रावत सहायक संचालक को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा जो अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर फहराया जायेगा।
मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व
सरहद की अनुभव यात्रा पर जा रही प्रदेश की बेटियों को संबोधित करते हुए संयुक्त संचालक खेल डाँ. विनोद प्रधान ने कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं जिनका चयन ‘माँ तुझे प्रणाम’ योजनांतर्गत अनुभव यात्रा के लिए लाटरी के माध्यम से हुआ है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा के भ्रमण का उद्देश्य युवाओं को देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के जस्बे से रूबरू कराना और युवाओं में देशप्रेम की भावना जागृत करना है। उन्होंने अनुभव यात्रा पर जा रहे दलों की सदस्यों से कहा कि सरहदों पर जाकर आपको महसूस होगा कि हमारे जवान मुश्किल हालातों में किस तरह देश की सुरक्षा में दिन-रात कार्य कर रहे हैं। संयुक्त संचालक ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से आप प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं इसलिए जरूरी है कि आपके व्यवहार, आचरण और कार्यप्रणाली में अनुशासन की झलक दिखाई दे जिससे हमारे प्रदेश का गौरव बढ़े। उन्होंने दल की सदस्यों को सुखद यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर योजना प्रभारी एवं जिला ख्ेाल अधिकारी श्री ओ.पी. हारोड, सहायक संचालक श्री विकास खराड़कर, डी.एस.ओ. रीवा श्री राजेश शाक्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि युवाओं को देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की अनुभव यात्रा कराने वाली सरकार की अभिनव ‘माँ तुझे प्रणाम’ योजना का क्रियान्वयन खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है। योजना प्रभारी अधिकारी श्री ओ.पी. हारोड ने बताया कि ‘माँ तुझे प्रणाम’ योजना की शुरूआत 10 जून 2013 से की गई। इस योजना के अंतर्गत अभी तक साढ़े नौ हजार से अधिक युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की अनुभव यात्रा कराई जा चुकी है।