नई दिल्ली: आईसीसी और पीसीबी के बीच अगले साल फरवरी और मार्च के महीने में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को आयोजन को लेकर लगातार मीटिंग का दौरा देखने को मिल रहा है, जिसपर अब तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। इसी को लेकर 29 नवंबर को हुई मीटिंग में ऐसी उम्मीद थी कि कोई बड़ा निर्णय आईसीसी की तरफ से लिया जाएगा लेकिन अब इसे एक दिन के लिए मीटिंग के बाद टाल दिया गया है, जिसपर 30 नवंबर को टूर्नामेंट किस तरह से आयोजित किया जाएगा इसपर अंतिम फैसला लिया जाएगा। आईसीसी की हुई मीटिंग में बीसीसीआई और पीसीबी दोनों ही बोर्ड के लोग शामिल थे।
आईसीसी हाइब्रिड मॉडल पर कराना चाहता टूर्नामेंट
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की पाकिस्तान अकेले मेजबानी कर रहा है, वहीं बीसीसीआई ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह भारतीय टीम को पाकिस्तान खेलने नहीं भेजेगी जिसका सबसे बड़ा कारण वहां के चिंताजनक सुरक्षा हालात हैं। बीसीसीआई ने हाइब्रिड मॉडल पर खेलने पर अपनी सहमति को पहले ही जता दिया था जिसमें भारतीय टीम के मैच किसी दूसरे देश में कराए जाने का विकल्प दिया था। हालांकि बीसीसीआई के इस कदम को लेकर पीसीबी अब तक बिल्कुल भी तैयार नहीं हुआ है जिसमें वह पूरे टूर्नामेंट को अपने ही देश में आयोजित कराने पर अड़ा हुआ है।
टूर्नामेंट के लिए आईसीसी के पास मौजूद हैं ये विकल्प
भारत के बगैर इस टूर्नामेंट को खेलने पर आईसीसी कभी तैयार नहीं होगा और इस परिस्थिति में उनके पास सिर्फ 2 विकल्प ही मौजूद हैं। इसमें पहला ये कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को हाइब्रिड मॉडल में खेला जाए जिसमें भारतीय टीम जहां अपने मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर खेले तो वहीं बाकी के सभी मैच पाकिस्तान में खेले जाएं। वहीं दूसरा विकल्प आईसीसी के पास ये है कि वह इस टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार पीसीबी के पास ही रहने दे और टूर्नामेंट को किसी दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दे। अब 30 नवंबर को आईसीसी क्या फैसला लेता है इसपर सभी फैंस की नजरें रहने वाली हैं।