निज्नी नोवगोरोड। फीफा विश्व कप 2018 में फुटबॉल का रोमांच अपने चरम शिखर पर पहुंच गया है। प्री-क्वार्टर फाइनल राउंड का तीसरा और चौथा मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा। इन दोनों ही मुकाबलों में ना कोई स्ट्राइकर हीरो बनकर उभरने वाला था ना ही मिडफिल्डर या फारवर्ड्स। हीरो बनने का मौका था तो सिर्फ गोलकीपर्स के पास और ऐसा ही हुआ भी। जहां मेजबान रूस ने पेनल्टी शूटआउट में स्पेन को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान पक्का किया। तो वहीं, दूसरी ओर क्रोएशिया ने डेनमार्क को एक बेहद ही रोमांचक मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया और खुद क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया।
क्रोएशिया और डेनमार्क के बीच मुकाबले में फुलटाइम तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर था। इसके बाद इंजुरी टाइम और एक्स्ट्रा टाइम में भी दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं। जिसकी वजह से निर्णय के लिए मैच पेनल्टी शूटआउट में गया। जहां, क्रोएशिया ने अपने गोलकीपर के बेहतरीन बचाव से मुकाबला 3-2 से अपने नाम कर लिया। अब क्रोएशिया का क्वार्टर फाइनल में रूस से मुकाबला होगा। मथायस डेनमार्क के जर्गेनसन ने खेले के 57वें सेकंड में ही गोल दागकर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। लेकिन क्रोएशिया के मारियो मानड्जूकिक ने तीन मिनट बाद ही बराबरी का गोल दाग दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने कोई गोल नहीं किया।
मैच का रोमांच यहीं नहीं खत्म हुआ। क्रोएशिया को मैच के आखिरी पलों में पेनल्टी मिल गई और लग रहा था कि मुकाबला 2-1 से उसके ही पक्ष में रहेगा। लेकिन, क्रोएशिया की तरफ से पेनल्टी किक ले रहे मोड्रिक के शॉट पर डेनमार्क के गोलकीपर शेमीचेल ने शानदार बचाव करते हुए अपनी टीम की उम्मीदों को जिंदा रखा। इसके बाद मैच इंजुरी टाइम और एक्स्ट्रा टाइम से होते हुए पेनल्टी शूट आउट में पहुंचा। मैच में डेनमार्क के लिए एकमात्र गोल दागने वाले निकोलई जर्गेनसन पेनल्टी शूट आउट में चूक गए और क्रोएशिया के गोलकीपर सुबासिक ने बेहतरीन बचाव करते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी। हालांकि, इस मुकाबले में डेनमार्क के गोलकीपर शेमीचेल ने अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया।