लुज्निकी। फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में उलटफेर का सिलसिला जारी है। मेजबान रूस ने लुज्निकी स्टेडियम में पेनल्टी शूटआउट तक गए रोमांचक प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में स्पेन को 4-3 (1-1) से हराकर टूनार्मेंट से बाहर कर दिया। सोवियत संघ के बिखरने के बाद पहली बार रूस विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुआ है। मेजबान टीम के लिए पेनाल्टी शूटआउट में चारों खिलाड़ियों ने गोल दागे, जबकि स्पेन के दो खिलाड़ी गोल करने से चूक गए। स्पने ने मैच की सधी हुई शुरुआत की और पहले मिनट से ही गेंद पर नियंत्रण बनाते हुए अपना स्वाभाविक खेल खेला जिसका लाभ उन्हें जल्द ही मिला।
रूस ने आत्मघाती गोल से खोला स्पेन का खाता
मैच के 12वें मिनट में बॉक्स के बाईं ओर मिली फ्री-किक पर मिडफील्डर इस्को ने शानदार क्रॉस दिया और गेंद मेजबान टीम के डिफेंडर सगेर्ई इग्नाशेविक के पांव से लगकर गोल में चली गई। इसके साथ ही इग्नाशेविक विश्व कप में आत्मघाती गोल दागने वाले सबसे अधिक उम्र (38 साल 352 दिन) के खिलाड़ी बन गए। एक गोल की बढ़त बनाने के बाद भी स्पने ने रूस के डिफेंस का भेदने की कोशिशें जारी रखी, जिससे मेजबान टीम को काउंटर अटैक करने के मौके मिले।
जेरार्ड पीके ने फाउल पर स्पेन ने भुगता खामियाजा
मैच के 41वें मिनट में रूस को कॉर्नर मिला और क्रॉस के दौरान गेंद एफ सी बार्सिलोना से खेलने वाले डिफेंडर जेरार्ड पीके के हाथ से जा टकराई जिसके कारण मेजबान टीम को पेनल्टी मिली। स्ट्राइकर अर्टयोम डज्युबा ने पेनल्टी पर गोल दागकर अपनी टीम को 1-1 की बराबरी दिला दी। दूसरे हाफ की शुरुआत में भी स्पेन ने गेंद पर नियंत्रण बनाने पर विश्वास दिखाया। 51वें मिनट में मिडफील्डर कोके ने बॉक्स में मौजूद स्ट्राइकर डिएगो कोस्टा को पास दिया जिन्होंने हेडर से गाले करने का प्रयास किया लेकिन वह गेंद को गोलपोस्ट के ऊपर से मार बैठे। कोस्टा के प्रयास के बाद स्पेन ने अपने खेल में आक्रामकता दिखाई और बॉक्स के पास रूस के डिफेंस के मुश्किल में डाले रखा।
स्पेन के कोके और इयागो ने मिस कर दी पेनल्टी किक
अंतिम 10 मिनटों में दोनों टीमों के बीच दूसरा गोल दागने की जद्दोजहद तेज हो गई। मेजबान टीम को 87वें मिनट में काउंटर अटैक पर गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन स्पेन के बॉक्स में एलेक्जेंडर गोलोविन गलती कर बैठे और मैच अतिरिक्त समय में चला गया। अतिरिक्त समय में भी स्पेन का दबदबा देखने का मिला लेकिन वे गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए जिस कारण मैच पेनाल्टी शूटआट में गया। मेजबान टीम के लिए पेनाल्टी शूटआउट में फेडर स्मोलोव, इग्नाशेविक, गोलोविन और डेनिस चेरीशेव ने गोल किए। स्पेन के लिए आंद्रेस इनिएस्ता, जेरार्ड पीके और सर्गियो रामोस गोल करने में कामयाब रहे लेकिन कोके और इयागो गोल दागने से चूक गए।