नई दिल्ली। सेंट पीटर्सबर्ग में दुनिया ने फीफा विश्व कप 2018 का सबसे रोचक मुकाबला देखा, जहां अर्जेंटीना ने नाइजीरिया को 2-1 से हराकर नॉकआउट में प्रवेश किया। उतार-चढ़ाव से भरे इस मुकाबले में दिग्गज स्ट्राइकर लियोन मेसी के बाद डिफेंडर मार्कोस रोजो ने निर्णायक गोल दागकर अपनी टीम को अंतिम-16 में पहुंचाया। निर्धारित समय से चार मिनट पहले रोजो ने निर्णायक गोल दागा। 2014 विश्व कप में भी इन दोनों ने गोलकर नाइजीरिया को पराजित किया था।
रेफरी के सीटी बजाते ही मुकाबला शुरू हुआ और अर्जेंटीना ने नाक की लड़ाई में नाइजीरिया से लोहा लेना शुरू किया। चंद मिनट में दोनों तरफ से गोल पोस्ट पर हमले हुए लेकिन कामयाबी अर्जेंटीना को 14वें मिनट में मेसी ने दिलाई। यह वो गोल था जिसका इंतजार पूरी अर्जेंटीना के साथ दुनियाभर में मौजूद मेसी के चाहने वाले कर रहे थे। बानेगा ने नाइजीरिया के डिफेंडरों के ऊपर से गेंद मेसी की ओर उछाली जिसे उन्होंने अपनी जांघों के सहारे संभाला और नाइजीरिया के गोलकीपर को छकाते हुए बायीं ओर गोल पोस्ट में पहुंचाकर अर्जेंटीना को जश्न मनाने का मौका दे दिया। इस गोल से पूरे मैदान में खुशी की लहर दौड़ गई। यहां तक कि अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो मेराडोना भी इस गोल के लिए ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करने लगे। हालांकि मेसी को खेल के 34वें मिनट में गोल करने का एक और मौका मिला लेकिन उनके द्वारा लगाई गई फ्री किक नाइजीरिया के गोलकीपर उजोहो के हाथों से लगने के बाद बार से टकराकर बाहर निकल गई।
हाफ टाइम तक एक गोल का जश्न मनाने वाली अर्जेंटीना को दूसरे हाफ के शुरुआत में बड़ा आघात लगा। अर्जेंटीना के मास्केरानो को नाइजीरिया के बोलोगन को गिराना महंगा पड़ा और रेफरी ने वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वार) का सहारा लेकर नाइजीरिया को पेनाल्टी किक दी। पेनाल्टी किक को विक्टरल मोसेस ने अर्जेंटीनी गोलकीपर अरमानी की बायीं ओर से गोल पोस्ट में पहुंचाकर नाइजीरिया को बराबरी पर ला दिया।
मास्केरानो को मुकाबले के दौरान चोट भी लगी और उनके चेहरे से लगातार खून निकलता रहा। अर्जेटीना के समर्थक उस समय दहल गए जब खेल के 76वें मिनट में नाइजीरिया ने पेनाल्टी किक की मांग की। नाइजीरिया का मानना था कि रोजो जब हेडर ले रहे थे जब उनके हाथ से गेंद लगी लेकिन रेफरी ने वीडियो असिस्टेंट रेफरी तकनीक का सहारा लेकर पेनाल्टी की संभावना को खत्म कर दिया। निर्धारित समय खत्म होने में महज चार मिनट का समय शेष बचा था और अर्जेंटीना की उम्मीदें खत्म होती दिखाई दे रही थी तभी रोजो अर्जेंटीना के संकट मोचक बनकर आए। मार्काडो से मिले क्रॉस पर रोजो ने गोल करके अर्जेंटीना के खेमे में एकबार फिर खुशी की लहर भर दी।
साम्पोली ने किए पांच बदलाव : इस अहम मुकाबले में जहां नाइजीरिया की टीम आइसलैंड के खिलाफ खेलने वाली टीम के साथ उतरी तो वहीं कोच जॉर्ज साम्पोली ने अर्जेंटीना की टीम में पांच बदलाव किए। सर्जियो अग्यूरो और काबालेरो के अलावा, साल्वियो, अकुना और मेजा की जगह अरमानी, बेनेगा, रोजो डि मारिया और हिग्यूएन को साम्पोली ने मैदान में उतारा।