नई दिल्ली: मियामी के हार्ड रॉक स्टेडियम में अर्जेंटीना ने कोलंबिया को हराकर कोपा अमेरिका 2024 का खिताब रिकॉर्ड 16वीं बार अपने नाम किया। 90 मिनट के दौरान कोई गोल नहीं हुआ। इसके बाद लाउटारो मार्टिनेज ने एक्स्ट्रा टाइम में गोल करके अर्जेंटीना को जीत दिलाई। वह 97वें मिनट में जूलियन अल्वारेज की जगह मैदान पर उतरे। 26 साल के खिलाड़ी ने 112वें मिनट में गोल किया। इस एडिशन में पांचवां गोल करके गोल्डेन बूट भी अपने नाम किया। हालांकि, अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी के लिए दिन अच्छा नहीं रहा। उनको चोट के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा। मेसी को 64वें मिनट में टखने में चोट लग गई। निकोलस गोंजालेज उनकी जगह मैदान पर उतरे। मैदान से बाहर जाते समय मेसी को दर्द से कराहते हुए देखा गया।
मेसी गेंद का पीछा करते हुए लड़खड़ा गए और तुरंत अर्जेंटीना के डगआउट की ओर मदद के लिए इशारा किया। फाइनल मैच नियमित समय में 0-0 से बराबरी पर समाप्त हुआ। मैदान से बाहर जाने के बाग 37 वर्षीय मेसी को अपना चेहरा ढकते हुए देखा गया और वे रो रहे थे। उनके दाहिना टखना बहुत सूजा था और उस पर आइस पैक बंधा हुआ था। इससे पहले, पहले हाफ में 36वें मिनट में मेसी ने गेंद को गेम से बाहर करने की कोशिश करते हुए अपना दाहिना पैर अजीब तरह से मोड़ लिया था। कोलंबिया के सैंटियागो एरियास के संपर्क में आने के बाद उन्हें कई बार दर्द से कराहते हुए देखा गया। वह मैदान से बाहर गए और फिर वापस खेल में लौटे। वह इस टूर्नामेंट के दौरान पैर की चोट और तकलीफ से जूझते रहे और अर्जेंटीना के ग्रुप स्टेज के फाइनल में नहीं खेल पाए।
पहले हाफ में मेसी ने एक शॉट अटेम्प्ट किया। आठ बार बैलन डी’ओर जीतने वाले इस खिलाड़ी को ग्रुप-स्टेज के दौरान फाइनल से पहले भी चोट की चिंता थी, लेकिन वह फाइनल मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार थे। उन्होंने कहा था, “चिली के खिलाफ मुझे जांघ के मांसपेशियों में समस्या थी और मैं सहज नहीं खेल पा रहा था। मैं पहले से ही धीमा था। मुझे खड़ा होने और आगे की ओर बढ़ने में दिक्कत हो रही थी।” रविवार शाम को एक घंटे से ज्यादा की देरी के बाद ही फाइनल शुरू हुआ। भीड़ ने समस्याएं पैदा की। फैंस ने सिक्योरिटी गेट तोड़ दिया। ज्यादातर कोलंबिया के पीले और लाल रंग के कपड़े पहने हुए प्रशंसक स्टेडियम के दक्षिण-पश्चिमी प्रवेश द्वार के पास सुरक्षा रेलिंग को कूदते और पुलिस अधिकारियों से भिड़ते दिखाई दिए। दक्षिण फ्लोरिडा की भीषण गर्मी में लोगों को मेडिकल ट्रिटमेंट और पानी मांगते हुए देखा जा सकता था।