नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की वापसी से खुश नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनका कहना है कि आईपीएल के शेष मुकाबलों के लिए विदेशी खिलाड़ियों का भारत लौटना समझदारी भरा फैसला नहीं है। उन्होंने विदेशी खिलाड़ियों से भारत-पाकिस्तान सैन्य शत्रुता से उत्पन्न मौजूदा परिस्थितियों में सैलरी से अधिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद सीमा पर तनाव के कारण दुनिया की सबसे बड़ी T20 लीग को 9 मई को निलंबित कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार निलंबन के एक दिन बाद, दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा की गई। इसके बाद शनिवार से आईपीएल के फिर से शुरू होने का रास्ता साफ हो गया। हालांकि, मिचेल जॉनसन का मानना है कि विदेशी खिलाड़ियों के लिए शेष मुकाबलों में हिस्सा नहीं लेना ही समझदारी होगी।
मिचेल जॉनसन ने वेस्ट ऑस्ट्रेलियन के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने खिलाड़ियों को अपने फैसले खुद लेने का अधिकार दिया है, लेकिन उन विकल्पों की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इन दिनों क्रिकेट में बहुत ज्यादा पैसे मिल रहे हैं, लेकिन यह अब भी सिर्फ एक खेल है। इस हफ्ते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बंद होने के बाद इस पर काफी ध्यान गया है।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘अगर मुझे यह फ़ैसला करना पड़े कि भारत लौटकर टूर्नामेंट खत्म करूं या नहीं, तो यह एक आसान फैसला होगा। मैं इसका जवाब नहीं दूंगा। जीवन और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण चीज है, वेतन नहीं।’ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सोमवार 12 मई को कहा था कि उसने व्यापक विचार-विमर्श और सरकार से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद आईपीएल को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
निलंबित होने से पहले आईपीएल फाइनल 25 मई को होना था, जो अब 3 जून को खेला जाएगा। संशोधित कार्यक्रम के कारण आईपीएल प्लेऑफ में हिस्सा लेने का फैसला करने वाले ऑस्ट्रेलियाई और दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की तैयारी के लिए बहुत कम समय बचा है। डब्ल्यूटीसी फाइनल लॉर्ड्स में 11 जून से खेला जाना है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मिचेल जॉनसन ने कहा, ‘यह एक व्यक्तिगत निर्णय है। किसी को भी लौटने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए या दबाव महसूस नहीं करना चाहिए, भले ही आईपीएल और पाकिस्तान सुपर लीग (जिसे रोक दिया गया है), इसके लिए कड़ी मेहनत करें। दोनों टूर्नामेंट्स को अब समाप्त कर देना चाहिए या फिर उन्हें स्थानांतरित करने पर विचार करना चाहिए, जो तब एक बड़ा वित्तीय मुद्दा बन जाएगा।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘और यह भी न भूलें कि कुछ ऑस्ट्रेलियाई और साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों को आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए तैयारी करने की आवश्यकता होगी। आईपीएल फाइनल अब 3 जून तक टाल दिया गया है, जो लॉर्ड्स में डब्ल्यूटीसी फाइनल शुरू होने से ठीक एक सप्ताह पहले है, ऐसे में टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े मैच के लिए खिलाड़ियों की तैयारी पर पड़ने वाला असर एक और मुद्दा है।’
बता दें कि घर लौट गए अधिकांश विदेशी खिलाड़ियों के आईपीएल 2025 के शेष मुकाबलों के लिए लौटने की उम्मीद है। वहीं कुछ को लेकर अब भी सस्पेंस है। मिचेल जॉनसन 2 बार (मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहते हुए) के आईपीएल चैंपियन (2013 और 2017) हैं। उन्होंने 2013 से 2018 के बीच 54 आईपीएल मैच खेले। इसमें उन्होंने 27.90 के औसत और 8.29 की इकॉनमी से 61 विकेट लिए। मिचेल जॉनसन ने लिखा, ‘क्रिकेट प्रशंसकों के लिए गर्व और एकता का स्रोत है। मौजूदा स्थिति से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, खेल के प्रति जुनून अटूट बना हुआ है। हालांकि, वास्तविकता यह है कि खिलाड़ियों, प्रशंसकों और इन लीगों में शामिल सभी लोगों की सुरक्षा और भलाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मिचेल जॉनसन ने लिखा, ‘क्रिकेट विभाजन को पाट और सौहार्द को बढ़ावा दे सकता है, ऐसे तनावपूर्ण सुरक्षा वातावरण में खेलने के निहितार्थों पर विचार करना जरूरी है। अंततः आशा यही है कि खेल प्रतियोगिताएं सकारात्मक माहौल में पुनः शुरू हो सकेंगी, लेकिन इस सप्ताहांत दोनों टूर्नामेंट्स को पुनः शुरू करने की मंजूरी देने पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मिचेल जॉनसन ने लिखा, ‘उम्मीद है कि एक बार दोनों देशों के बीच तनाव कम हो जाने के बाद, दोनों लीग फिर से फल-फूल सकेंगी और असंख्य क्रिकेट प्रेमियों को खुशी प्रदान करेंगी, लेकिन हमें इस सब में बड़ी तस्वीर को नहीं भूलना चाहिए।’ मिचेल जॉनसन 2 बार के वनडे वर्ल्ड कप (2007 और 2015) के भी चैंपियन हैं। इसके अलावा वह 2 बार उस ऑस्ट्रेलियाई टीम का भी हिस्सा रहे, जिसने 2006 में भारत और 2009 में साउथ अफ्रीका में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। वह 2010 में वेस्टइंडीज में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में उप विजेता रहने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का भी हिस्सा थे।