नई दिल्ली: पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि कानपुर टेस्ट में भारत की आक्रामक बल्लेबाजी शैली की वजह से मिली जीत का सारा श्रेय रोहित शर्मा को जाता है। सुनील गावस्कर ने कहा कि कुछ लोग इस बदलाव का श्रेय गौतम गंभीर को दे सकते हैं, लेकिन भारतीय क्रिकेट में बल्लेबाजी में जो क्रांति आई है उसका कारण रोहित शर्मा हैं। कानपुर टेस्ट मैच में पहले दिन केवल 35 ओवर का खेल संभव हो सका था। मैच के अगले दो दिन एक भी ओवर नहीं फेंका जा सका और खेल रद्द कर दिया गया था, लेकिन भारत ने मैच को चौथे और पांचवें दिन में अपने आक्रामक खेल की वजह से जीत लिया और सीरीज में 2-0 से जीत हासिल की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुनील गावस्कर ने कहा कि कुछ मीडिया ने भारतीय बल्लेबाजी को बॉसबॉल कहा और कुछ ने इसे गैम्बल कहा। एक अखबार ने भारतीय बल्लेबाजी को बॉसबॉल कहा क्योंकि टीम के कप्तान या बॉस रोहित ने टीम को जीत का रास्ता दिखाया था। वहीं कुछ लोगों ने भारतीय कोच गौतम गंभीर के नाम पर इसे गैम्बल कहा। हमने देखा है कि इंग्लैंड ने किस तरह से टेस्ट में बेन स्टोक्स और मैकुलम की देखरेख में अपनी बल्लेबाजी का तरीका बदला है। वहीं पिछले कुछ साल में हमने ये भी देखा है कि रोहित इसी तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं और अपनी टीम को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
गावस्कर ने कहा कि भारत की नई आक्रामक बल्लेबाजी के लिए गौतम गंभीर को श्रेय देना अनुचित है। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से कोचिंग नहीं कर रहे हैं और उन्होंने खुद भी कभी उस शैली में बल्लेबाजी नहीं की है। गावस्कर ने जोर देकर कहा कि इसका श्रेय पूरी तरह से रोहित शर्मा को जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि गंभीर को कोचिंग करते हुए अभी कुछ महीने ही हुए हैं, इसलिए इस तरह की बल्लेबाजी के लिए उन्हें श्रेय देने का मतलब है कि आप जबरदस्त तरीके से उनका तलवा चाट रहे हैं। गंभीर ने खुद शायद ही कभी इस तरह से बल्लेबाजी की हो, जैसा मैकुलम किया करते थे। अगर कोई श्रेय दिया जाना चाहिए, तो वह सिर्फ रोहित को है अन्य किसी और को नहीं।