नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच जून से अगस्त 2025 तक होने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार यह दौरा कई मायनों में खास है। भारतीय क्रिकेट टीम एक नए युग की शुरुआत करने जा रही है, जिसमें रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में युवा कप्तान शुभमन गिल टीम की कमान संभालेंगे। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में हैं तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने अभ्यास सत्रों में अपनी शानदार गेंदबाजी से सबका ध्यान खींचा है।
किसी भी पिच पर कहर बरपाने में सक्षम
इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से पहले भारतीय टीम ने केंट के बेकेनहम में अभ्यास सत्र आयोजित किए। इन सत्रों में बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से सभी को हैरान कर दिया। उनकी रफ्तार, लय और तीव्रता ने साबित कर दिया कि वह किसी भी पिच पर कहर बरपाने में सक्षम हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय गेंदबाजी कोच और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर मोर्ने मॉर्केल ने बुमराह की तारीफ करते हुए बताया कि पिछले तीन अभ्यास सत्रों में बुमराह की गेंदों में जो ऊर्जा दिखी, वह देखकर मैं दंग रह गया।
उनकी फिटनेस और ड्यूक्स गेंद के साथ उनकी गेंदबाजी देखकर बहुत उत्साह है। मॉर्केल ने यह भी बताया कि बुमराह अपनी तैयारी और अनुशासन में कितने पक्के हैं। वह जानते हैं कि बड़े टूर्नामेंट से पहले खुद को कैसे तैयार करना है। हालांकि, टीम प्रबंधन बुमराह के वर्कलोड को लेकर सतर्क है। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने पहले ही साफ कर दिया है कि बुमराह को लगातार टेस्ट मैचों में नहीं खिलाया जाएगा। इसकी वजह जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान उनकी पीठ में आई चोट है।
बुमराह का उपयोग सावधानी से किया जाएगा
पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में बुमराह का उपयोग सावधानी से किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बताया कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि बुमराह किन टेस्ट मैचों में खेलेंगे। उनकी फिटनेस को देखते हुए यह फैसला सीरीज के दौरान लिया जाएगा। बुमराह हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहे थे और इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते नजर आए थे। अब पूरी तरह फिट होने के बाद वह इंग्लैंड की चुनौती के लिए तैयार हैं।
कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ने को तैयार गिल
इस दौरे पर शुभमन गिल भारत के सबसे युवा टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ने को तैयार हैं। रोहित और कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में गिल के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। वह न सिर्फ टीम को जीत की राह पर ले जाना चाहेंगे, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारत की दावेदारी को भी मजबूत करना चाहेंगे। भारतीय टेस्ट टीम में कई युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है। यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, रवींद् जडेजा और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी इस सीरीज में अहम भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप और कुलदीप यादव जैसे गेंदबाज बुमराह के साथ मिलकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को परेशान करने की कोशिश करेंगे।
इंग्लैंड की पिचें हमेशा चुनौतीपूर्ण
इंग्लैंड की पिचें हमेशा से तेज गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं, लेकिन बुमराह जैसे गेंदबाज के लिए यह कोई नई बात नहीं। उनकी अनोखी गेंदबाजी शैली और यॉर्कर फेंकने की कला उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक बनाती है। यह सीरीज हेडिंग्ले (लीड्स), एजबेस्टन (बर्मिंघम), लॉर्ड्स (लंदन), ओल्ड ट्रैफर्ड (मैनचेस्टर) और द ओवल (लंदन) में खेली जाएगी।
भारत की टेस्ट टीम: शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उप-कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नितीश रेड्डी, रविंद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव।