नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल का मानना है कि हार्दिक पांड्या टेस्ट क्रिकेट में कभी वापसी नहीं कर पाएंगे। हालांकि उन्होंने इसके पीछे के कारण का भी खुलासा किया है। हाल ही में हार्दिक पांड्या को नेट्स में लाल गेंद से अभ्यास करते देखा गया और उसके बाद कयास लगने लगे कि उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी हो सकती है। हार्दिक पांड्या पीठे में सर्जरी के बाद से खुद को सिर्फ वनडे और टी20 के लिए उपलब्ध रखा है। उन्हें टी20 वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भी चोट लगी थी और उसके बाद उन्होंने फिर से क्रिकेट के मैदान पर कई महीनों के बाद वापसी की थी और पहले आईपीएल 2024 में हिस्सा लिया और फिर भारत के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी खेला।
हार्दिक के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना मुश्किल
सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो लाल गेंद से अभ्यास करते हुए दिखे थे। उसके बाद माना जा रहा था कि वो अगले रणजी सीजन में खेलते हुए दिख सकते हैं। हार्दिक ने साल 2018 में बड़ोदा के लिए आखिरी फर्स्ट क्लास मैच खेला था। अब पार्थिव पटेल ने उन अफवाहों पर विराम लगाने का काम किया है जिसमें कहा जा रहा था कि वो लाल गेंद के क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। पार्थिव पटेल ने कहा कि पांड्या ने लाल गेंद से इस वजह से प्रैक्टिस की क्योंकि सफेंद गेंद उपलब्ध नहीं थी।
पार्थिव पटेल ने कहा कि हार्दिक का शरीर उन्हें खेल के सबसे लंबे प्रारूप में गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं देगा। पार्थिव पटेल ने कहा कि हार्दिक पांड्य की टेस्ट क्रिकेट में वापसी मुश्किल है। वह लाल गेंद से सिर्फ इस वजह से प्रैक्टिस कर रहे थे क्योंकि सफेल गेंद उपलब्ध नहीं था। मुझे नहीं लगता है कि उसका शरीर चार दिवसीय और पांच दिवसीय मैच खेलने की उन्हें अनुमति देगा। टेस्ट में वापसी के लिए उन्हें कम से कम एक फर्स्ट क्लास मैच खेलना होगा, लेकिन इसकी संभावना काफी कम है।
आपको बता दें कि हार्दिक पांड्या ने आखिरी बार भारत के लिए 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ साउथैम्प्टन में टेस्ट मैच खेला था। तब से लगातार हो रही इंजरी ने उन्हें लाल गेंद के क्रिकेट से दूर रहने के लिए मजबूर कर दिया। हार्दिक पांड्या ने भारत के लिए 11 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 31.29 की औसत से 1 शतक और 4 अर्द्धशतक के साथ 532 रन बनाए। दाएं हाथ के इस ऑलराउंडर ने 31.05 की औसत से 17 विकेट लिए जिसमें एक बार पांच विकेट भी शामिल है।