भुवनेश्वर। भुवनेश्वर में खेले जा रहे 14वें हॉकी विश्व के क्वार्टरफाइनल में हॉलैंड ने मेजबान भारत को 2-1 से हराकर प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में बेहतरीन हॉकी का प्रदर्शन हुआ. मुकाबला तीसरे क्वार्टर तक 1-1 की बराबरी पर था, लेकिन चौथे और आखिरी क्वार्टर में हॉलैंड ने निर्णायक गोल दागते हुए 2-1 की बढ़त बना ली, जिसे भारत मैच खत्म होने तक उतारने में नाकाम रहा. और इस तरह साल 1975 के बाद एक बार फिर से अपनी टीम को सेमीफाइनल में खेलते देखने का करोड़ों भारतीय हॉकीप्रेमियों का सपना चूर हो गया.
भारत के लिए जहां एकमात्र गोल खेल के 12वें मिनट में आकाशदीप ने किया, तो विजेता टीम के लिए ये गोल 15वें मिनट में थिएरी ब्रिंकमैन और 50वें मिनट में वॉन डेर वीरडेन ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए किया.
भारत के सुरेंद्र कुमार को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, लेकिन दर्शक दीर्घा में हजारों भारतीयों की आंखें तब और नम हो गईं, जब कुछ भारतीय खिलाड़ी मैदान पर ही फफक पड़े. खेल के अधिकांश हिस्से में भारत ने बढ़िया हॉकी खेली, लेकिन दबाव और आखिरी पलों में हॉलैंड की परिपक्वता के आगे भारतीय थोड़ा कमजोर पड़ गए.
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इससे पहले तीसरे क्वार्टर के खेल के बाद भी स्कोरलाइन 1-1 पर बराबर छूटा. भारत ने अपने से मजबूत आंके जाने वालीे नीदरलैंड के खिलाफ पहले क्वार्टर में 1-0 से बढ़त बनाने के बाद इसे गंवा दिया.. भारत के लिए यह गोल आकाशीप ने खेल के 12वें मिनट में किया था. पहले क्वार्टर के बाद स्कोर 1-1 की बराबरी पर रहा और हाफ टाइम तक भी दोनों टीमें इसी स्कोर पर बराबर चल रही हैं. दूसरे क्वार्टर में बेहतरीन खेल के बावजूद भारत गोल नहीं दाग सका. तीसरे हाफ में भारतीय खिलाड़ी थोड़ा हड़बड़ी में दिखाई पड़े. इस क्वार्टर में नीदरलैंड को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन दोनों को ही उसके खिलाड़ी गोल में तब्दील नहीं कर सके.