नई दिल्ली: न्यूजीलैंड को दुबई में रविवार (9 मार्च) को हराकर भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने संन्यास की अटकलों पर विराम लगा दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फाइनल में कप्तानी पारी खेलने के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिटायरमेंट और फ्यूचर प्लान से जुड़े सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने साफ-साफ कहा कि वह रिटायर नहीं हो रहे हैं।
रोहित शर्मा ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में साउथ अफ्रीका पर भारत की जीत के बाद टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया था और ऐसी अटकलें थीं कि वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल के बाद संन्यास घोषणा कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने बयान देकर खुद इसे शांत कर दिया। उन्होंने प्रेस कॉनफ्रेंस के अंत में कहा, “एक बात और मैं इस फॉर्मेट से रिटायर नहीं हो रहा हूं। ये बात इसलिए कह रहा हूं ताकि और अफवाहें न फैलाई जाएं।” इससे पहले उन्होंने फ्यूचर प्लान को लेकर कहा, “कोई प्लान नहीं है, जो हो रहा है वो चलता जाएगा।”
“मैंने आज भी वही किया”
फाइनल में रोहित शर्मा ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और 83 गेंदों में 76 रन बनाकर भारत को 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार शुरुआत दिलाई। अपनी पारी को लेकर उन्होंने कहा, “मैंने आज भी वही किया (जैसा कि मैंने पिछले मैचों में किया था)। मैं पावरप्ले में रन बनाना चाहता था और एक बार जब फील्ड फैल जाती है तो यह मुश्किल हो जाता है। इसलिए आपको शीर्ष क्रम में मौके लेने होते हैं। मैं गेंदबाजों और हिट करने के लिए स्पॉट चुनता हूं। आप स्कोर के मामले में निरंतरता नहीं देख सकते हैं, लेकिन मुझे पता है कि मैं क्या कर रहा हूं। मैंने 10 ओवर के बाद अपना खेल बदल दिया। लेकिन जब टीम जीतती है तो आपको खुशी होती है। 2019 विश्व कप में मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन हम खिताब नहीं जीत पाए। इससे मुझे खुशी नहीं हुई।”
भारत ने पिछले 3 आईसीसी टूर्नामेंट में किया शानदार प्रदर्शन
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने पिछले 3 आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। वह 3 टूर्नामेंट में सिर्फ 1 मैच हारी है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप में टीम उपविजेता रही। इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। वह एमएस धोनी के नेतृत्व में 2007 में टी20 विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम का भी हिस्सा रहे। 37 वर्षीय रोहित, अनुभवी विराट कोहली के साथ अपना चौथा आईसीसी खिताब जीतने के बाद भारत के सबसे सफल क्रिकेटर बन गए।