नई दिल्ली: अमेरिका बीते कुछ सालों से क्रिकेट की दुनिया अपनी जड़ें मजबूत करने में लगा है। चाहे वह टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी हासिल करना हो या फिर ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करना। हालांकि उसकी इन कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। आईसीसी ने अमेरिका की नेशनल क्रिकेट लीग को बैन कर दिया है। आईसीसी ने पत्र लिखकर अमेरिका क्रिकेट बोर्ड को यह बताया है कि वह इस लीग के आने वाले सीजन को मान्यता नहीं देंगे।
लीग में नहीं हुआ नियमों का पालन
खत में बताया गया है की लीग में प्लेइंग इलेवन के नियमों का पाल नहीं किया गया। हर टीम की प्लेइंग इलेवन में कम से कम सात अमेरिका खिलाड़ी होने चाहिए थे। लीग शुरू होने से पहले ही अधिकारियों को इसकी जानकारी थी। सिर्फ इतना ही नहीं लीग में विदेशी खिलाड़ियों को मौका देने के लिए अमेरिका के इमिग्रेशन नियमों को भी तोड़ा गया है।
वीजा नियमों का भी हुआ उल्लंघन
अमेरिका में स्पोर्ट्स कैटेगरी के वीजा के लिए छह टीमों के लिए कम से कम दो लाख यूएस डॉलर लगते हैं। हालांकि कई खिलाड़ी स्पोर्ट्स वीजा पर लीग में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे। पैसे बचाने के लिए, लिए गए इस कदम ने भी लीग की मुश्किल बढ़ा दी है।
सचिन तेंदुलकर भी हैं लीग का हिस्सा
भारत के महान बल्लेबाज दिग्गज सचिन तेंदुलकर का इस लीग के साथ खास कनेक्शन है। सचिन इस लीग के ओनरशिपग्रुप का हिस्सा हैं। उन्होंने खुद इसका ऐलान करते हुए कहा, ‘क्रिकेट मेरे जीवन की सबसे बड़ा सफर रहा है और मैं अमेरिका में इस खेल के लिए ऐसे रोमांचक समय में नेशनल क्रिकेट लीग से जुडकर खुश हूं।’ एनसीएल ने क्रिकेट जगत के कई लीजेंड्स को अपने साथ जोड़ा है। इसमें सुनील गावस्कर, जहीर अब्बास, वसीम अकरम, दिलीप वेंगसकर, सर विवियन रिचर्ड्स, वेंकटेश प्रसाद, सनथ जयसूर्या, मोईन खान और ब्लेयर फ्रैंकलिन शामिल हैं। यह सभी दिग्गज किसी टीम के कोच या मेंटर की भूमिका निभाने वाले थे।