नई दिल्ली: कोलंबो में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की चार दिन की सलाना बैठक शुक्रवार (19 जुलाई) को शुरू होगी। इस बैठक के दौरान भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सचिव जय शाह पर निगाहें होंगी। बैठक के दौरान इस बात पर गंभीरता से चर्चा हो सकती है कि वह आईसीसी के चेयरमैन कब बनेंगे। फिलहाल न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले इस पद पर हैं। आईसीसी की इस बैठक के दौरान अमेरिका में टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान हुए 20 मिलियन यूएस डॉलर लगभग 160 करोड़ रुपये के नुकसान पर बैठक केंद्रित होने की संभावना है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार एजीएम के बैठक की 9 एजेंडे में टूर्नामेंट की वित्तीय जानकारी नहीं है, लेकिन इसकी चर्चा पोस्ट इवेंट रिपोर्ट के तौर पर होगी।
पाकिस्तान में चैंपिंयस ट्रॉफी खेलने भारतीय टीम नहीं जाना चाहती। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों रिपोर्ट्स थीं कि भारत सरकार का रुख नहीं बदला है और बीसीसीआई हाइब्रिड मॉडल में यह टूर्नामेंट चाहता है। इसे लेकर पाकिस्तान की ओर से काफी रिएक्शन आए। इस बीच उसके लिए झटके वाली बात यह है कि आईसीसी की बैठक के एजेंडे में यह मुद्दा ही नहीं है। हालांकि, इसके बाद भी इस पर चर्चा हो सकती है। अध्यक्ष के अनुमति से इसे लेकर चर्चा हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी में सभी के लिए दिलचस्पी का एक मुख्य क्षेत्र यह है कि शाह विश्व निकाय की बागडोर कब संभालेंगे। उन्होंने कहा, ” मुद्दा यह नहीं है कि कैसे होगा, मुद्दा यह है कि यह कब होगा। बीसीसीआई सचिव के रूप में उनके पास अभी भी एक साल बचा है भारतीय बोर्ड में उनका कूलिंग ऑफ पीरियड संविधान के अनुसार 2025 में शुरू होगा। हालांकि, अगर उन्हें 2025 में पदभार संभालना है तो बार्कले दिसंबर 2024 से दिसंबर 2026 तक दो साल का अपना तीसरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “एक विचार यह है कि क्या आईसीसी की अध्यक्षता का कार्यकाल दो-दो साल के तीन कार्यकाल के बदले तीन-तीन साल के दो कार्यकाल किया जाए। ऐसा होने पर कुल कार्यकाल छह साल का हो सकता है।” अगर बार्कले का मौजूदा कार्यकाल तीन साल का हो जाता है,तो बीसीसीआई सचिव के जौर पर शाह अपने छह साल पूरे कर सकते हैं। 2025 में तीन साल के लिए आईसीसी चेयरमैन का पद संभाल सकते हैं, जब वह बीसीसीआई में कूलिंग ऑफ पीरियड में होंगे। फिर 2028 में वह वापस आ सकते हैं और बोर्ड अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं।