नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न टेस्ट मैच में युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के आउट होने पर विवाद हो गया है। इस खिलाड़ी को कैच आउट देने को लेकर सुनील गावस्कर भड़क गए। उन्होंने अंपायर्स पर जमकर गुस्सा निकाला। साथ ही स्टेडियम में मौजूद फैंस का भी गुस्सा साफ दिखाई दिया। उन्होंने मैदान में चीटर-चीटर के नारे लगाना शुरू कर दिया।
खेला था पुल शॉट
यह घटना भारत की दूसरी पारी के 71वें ओवर की है। पैट कमिंस के इस ओवर की पांचवीं गेंद पर यशस्वी जायसवाल ने पुल शॉट खेला। विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने डाइव लगाकर कैच लपका। अंपायर ने इसे नॉटआउट दिया लेकिन कमिंस को यकीन था कि गेंद जायसवाल के बल्ले से लगकर गई है और इसलिए रिव्यू लिया।
स्निको में नहीं दिखा कुछ भी
अंपायर ने कई एंगल से गेंद को देखा। रीप्ले में डिफ्लेक्शन साफ नजर आ रहा था। हालांकि जब स्निको में देखा गया था तो उसमे कुछ नहीं आया। ऐसे में फैंस को लगा कि जायसवाल आउट नहीं है। हालांकि थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर से फैसला पलटने को कहा। अंपायर ने जैसे ही आउट दिया तो सुनील गावस्कर भड़क गए। जायसवाल भी मैदान छोड़ने से पहले अंपायर से बात करते हुए नजर आए वह इससे बहुत खुश नहीं थे। सुनील गावस्कर इस फैसले से सहमत वहीं थे। उन्होंने कहा कि अंपायर्स के पास स्निको का विकल्प था तो फिर उसे तरजीह क्यों नहीं दी।
टेक्नोलोजी पर भरोसा नहीं है तो उसका इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। उनके मुताबिक यह बिलकुल गलत फैसला था। हालांकि इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जायसवाल को यह शॉट नहीं खेलना चाहिए था। उनकी गलती थी कि इस तरह का जोखिम भरा शॉट खेला। सिर्फ गावस्कर ही नहीं बल्कि स्टेडियम में मौजूद फैंस भी इस फैसले के बाद भड़क गए। उन्होंने चीटर-चीटर के नारा लगाना शुरू किया। कुछ समय बाद पूरे स्टेडियम में प्लेकार्ड नजर आने लगे जिसपर शेम-शेम (शर्म करो) और चीटर लिखा हुआ था।