नई दिल्ली: भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने रोहित शर्मा को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी टेस्ट से बाहर होने की खबर को टॉस तक छुपाए रखने पर तीखी टिप्पणी की है। जसप्रीत बुमराह के टॉस के लिए जाने से पहले रोहित शर्मा के सिडनी टेस्ट से बाहर होने की खबर की पुष्टि हुई। सीरीज में 6.2 की औसत से 3, 6, 10, 3 और 9 का स्कोर करने वाले रोहित शर्मा पहले टेस्ट में नहीं खेले थे।
पर्थ में पहले टेस्ट में भारतीय टीम जीती थी। रोहित ने दूसरे टेस्ट में कप्तानी की और भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा। एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा। गाबा में तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा। ऐसे में सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा की जगह शुभमन गिल को मौका मिला। संजय मांजरेकर ने रोहित शर्मा के पांचवें टेस्ट मैच से बाहर रहने की खबर को टॉस तक गुप्त रखने के लिए टीम प्रबंधन पर सवाल उठाया।
संजय मांजरेकर ने मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “रोहित को ठीक ही आराम दिया गया है। भारतीय क्रिकेट में गुप्त ऑपरेशन से मुझे परेशानी है। रोहित कोई सर्वकालिक महान खिलाड़ी नहीं हैं कि उनका बाहर होना रहस्यमयी रखा जाए। अगर यह विराट कोहली होते तो मैं समझता। लेकिन रोहित ने 60 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें विदेश में एक शतक और सिर्फ 40 का औसत है। मुझे समझ नहीं आता कि यह इतना रहस्य क्यों बनाना है।”
रोहित शर्मा ने 67 टेस्ट मैचों में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए हैं। हालांकि, घर से बाहर दो शतक की मदद से उनका औसत 31.01 और सेना देशों में एक शतक की मदद से 27.95 का औसत है। मांजरेकर ने एक्स पर कहा, “रोहित शर्मा की खासियत यही है। सही काम करना, टीम के लिए सही काम करना। लेकिन इस मुद्दे के इर्द-गिर्द ‘छिपी हुई बातें’ समझ में नहीं आईं। टॉस के समय भी इस पर बात नहीं की गई।”
इससे पहले टॉस के समय जसप्रीत बुमराह ने कहा कि रोहित ने आराम करने का विकल्प चुना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ” बुमराह ने टॉस के समय कहा, “हमारे कप्तान ने इस मैच में आराम करने का फैसला करके नेतृत्व क्षमता दिखाई है। इससे पता चलता है कि इस टीम में काफी एकता है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है। जो भी टीम के हित में होगा, हम वही करने की कोशिश करेंगे।”
रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली का बल्ला भी नहीं चला है। उनका प्रदर्शन सीरीज में काफी खराब रहा है। सिडनी टेस्ट की पहली पारी में भी उनका बल्ला नहीं चला। वह एक बार फिर स्लिप में आउट हुए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोहली एक ही तरीके से आउट होते हैं।