नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अपने खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। दोनों बल्लेबाज रन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है और दोनों जल्दी आउट हो रहे हैं। रोहित-कोहली के खराब फॉर्म पर काफी बातें हो रही है, लेकिन इस बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने दोनों पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनके हालिया प्रदर्शन का असर चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं पड़ना चाहिए।
मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान रोहित-कोहली को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन वॉटसन का मानना है कि वनडे प्रारूप में दोनों खिलाड़ियों के बेहतरीन रिकॉर्ड उन्हें टूर्नामेंट में भारत की सफलता के लिए महत्वपूर्ण बनाते हैं। इस टूर्नामेंट के नजदीक आते ही वॉटसन ने टेस्ट और वनडे क्रिकेट की चुनौतियों के बारे में बात करते हुए याद दिलाया कि 2023 वनडे वर्ल्ड कप में रोहित और कोहली ने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। दोनों ने भारत के लिए शानदार बैटिंग की और टीम ने फाइनल खेला।
शेन ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि टेस्ट में दोनों का मौजूदा फॉर्म वनडे में उनके प्रदर्शन को प्रभावित करेगा। दुबई में जहां वो खेलेंगे वहां कंडीशन अलग होंगे। विराट कोहली वनडे क्रिकेट के ही नहीं बल्कि क्रिकेट के हर प्रारूप के मास्टर हैं। आप लंबे समय से उनके असाधारण आंकड़े को देख सकते हैं। उनका औसत 57 का है और स्ट्राइक रेट 93 का है। ये सोचना पागलपन है कि उनकी पारी पर उनका कितना नियंत्रण है और हम इसे चैंपियंस ट्रॉफी मे फिर से देखेंगे। रोहित को हमने 2023 वनडे वर्ल्ड कप में देखा जब वो अपने बेस्ट फॉर्म में थे और किस तरह से हावी हो रहे थे।
शेन ने आगे कहा कि टेस्ट क्रिकेट में हावी होना थोड़ा मुश्किल होता है और रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में वैसा संतुलन नहीं बना पाए हैं, लेकिन जब वो वनडे में बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो खुलकर खेलते हैं और तब हम उन्हें उनके बेस्ट फॉर्म में देखते हैं। अगर चैंपियंस ट्रॉफी में वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो मुझे आश्चर्य होगा क्योंकि उनके पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है। चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके पास काफी समय बचा है। मुझे यकीन है कि वो अपनी लय को हासिल कर लेंगे।