नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पिंक बॉल टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार (6 दिसंबर) को एडिलेड ओवल में नई एलईडी लाइट्स के कारण खेल में दो बार रुकावट की दुर्लभ घटना देखने को मिली। इसके कारण 2023 में लगाए गए एलईडी सिस्टम पर कमेंटेटर्स ने सवाल उठाए। अब इसकी असली वजह सामने आई है। दो बार लाइट बंद होने का कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेट्स में शाम के ट्रेनिंग सेशन के लिए अनुरोध करना था। ग्राउंड स्टाफ ने गलती से एलईडी लाइट बंद कर दी और कुछ सेकंड के भीतर फिर से गलती हुई। इससे ऑस्ट्रेलियाई पारी के 18वें ओवर में पहले 25 सेकंड और उसके बाद 86 सेकंड तक खेल रुका रहा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, द एज ने शनिवार की सुबह बताया, “घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले तीन वेस्टर्न स्टैंड के शीर्ष पर स्थित ग्राउंड कंट्रोल रूम को थ्रोडाउन सेशन के लिए नेट की लाइट्स चालू करने का अनुरोध मिला। ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष क्रम भारत का सामना कर रहा था, लेकिन जब कंप्यूटर से संचालित लाइट सेटिंग को एडजस्ट किया गया, तो ग्राउंड के चार लाइट टावर बंद हो गए। इससे 50,186 दर्शकों की भीड़ अचंभित रह गई।”
नाइटवॉचमैन को थ्रो डाउन लेना था
अखबार के अनुसार दूसरी बार लाइट तब बंद हुई जब ग्राउंड स्टाफ नेट्स की लाइट चालू करने के लिए बाहर गया। कप्तान रोहित शर्मा और गेंदबाज हर्षित राणा और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन सहित भारतीय टीम को भी पहली बार इंतजार करना पड़ा। दूसरी बार ऐसा हुआ तो खिलाड़ियों को एक मिनट से ज्यादा का ब्रेक मिला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “वे नेट लाइट चालू करने के लिए बाहर गए ताकि नाइट वॉचमैन कुछ थ्रो डाउन ले सके और नेट्स की लाइट चालू करने की कोशिश में गतल बटन दबा दिया या कुछ ट्रिप हो गया।”
नहीं गई थी बिजली
एडिलेड में फ्लडलाइट्स के मुद्दे पर नाराजगी जताई गई। यहां से लेबर पार्टी के एमपी टॉम कोट्सनटोनिस ने कल रात सोशल मीडिया पर इस मुद्दे के बारे में स्पष्टीकरण पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “एडिलेड ओवल में लाइट टावर बंद होने का जो भी कारण था, वह ग्रिड से बिजली की आपूर्ति की कमी से संबंधित नहीं था।