नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलिया के डेब्यूटेंट सैम कोनस्टास के बीच गहमागहमी देखने को मिली। दोनों में कंधे से कंधा लड़ाया। इसके कारण विराट कोहली परेशानी में फंस सकते हैं। वह सिडनी टेस्ट से बैन हो सकते हैं। मामला 10वें ओवर के बाद का है। विराट कोहली ने लेग साइड पर अपनी फील्डिंग पोजिशन से हटकर गेंद को हाथ में लेकर पिच के पास आए, जहां सैम कोनस्टास दूसरे छोर से वापस आ रहे थे। दोनों के बीच कंधे से धक्कामुक्की हुई। इसके बाद कोनस्टास और कोहली के बीच कुछ कहासुनी हुई, लेकिन तभी उस्मान ख्वाजा मुस्कुराते हुए आए और कोहली के कंधों पर हाथ रख दिया।
क्या है नियम
आईसीसी का नियम 2.12 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान खिलाड़ियों, अंपायरों, मैच रेफरी या अन्य लोगों के बीच अनुचित शारीरिक संपर्क को प्रतिबंधित करता है। इसमें जानबूझकर या लापरवाही से किसी अन्य खिलाड़ी या अंपायर से टकराना या कंधे से धक्का देना शामिल है। उल्लंघन की गंभीरता का आकलन करते समय परिस्थिति, कितनी तेजी से संपर्क हुआ और परिणामस्वरूप होने वाली कोई चोट का आंकलन किया जाता है।
एंडी पाइक्रॉफ्ट लेंगे फैसला
मैच रेफरी जिम्बाब्वे के पूर्व खिलाड़ी एंडी पाइक्रॉफ्ट इस पर फैसला लेंगे। अगर पाइक्रॉफ्ट को लगता है कि कोनस्टास-कोहली में किसी ने लेवल 2 का उल्लंघन किया है तो उस खिलाड़ी को तीन या चार डिमेरिट अंक मिलेंगे। चार अंक मिलने पर सिडनी में होने वाले अगले टेस्ट मैच के लिए निलंबन हो सकता है। लेवल वन के उल्लंघन पर केवल मैच फीस का जुर्माना लगेगा।
पहले भी ऐसा किया है?
2019 में बेंगलुरु में टी20 मैच के दौरान साउथ अफ्रीका के ब्यूरन हेंड्रिक्स के साथ कंधे से कंधा टकराने के कारण कोहली को एक डिमेरिट अंक मिला था। कोहली ने अपराध स्वीकार किया और मैच रेफरी से मिली सजा स्वीकार की।
खिलाड़ियों को कब निलंबित किया जाता है?
24 महीने की अवधि के भीतर चार या उससे अधिक डिमेरिट अंक मिलने पर खिलाड़ी निलंबित होता है।