नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम के लिए झटके वाली खबर सामने आई। दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह तीसरे सत्र में तकलीफ में दिखे और फिजियो के साथ मैदान से बाहर चले गए। बता दें कि मेलबर्न में काफी गर्मी है और बुमराह ने 18 ओवर गेंदबाजी की। वह लगातार चौथा टेस्ट खेल रहे हैं। हालांकि, कुछ ही देर बाद वह मैदान पर वापस आ गए। पहले दिन तीसरे सत्र में 75वें ओवर के बाद ड्रिंक्स ब्रेक हुआ। इस ब्रेक के दौरान फीजियो को जसप्रीत बुमराह के बाएं पैर की पिंडली को डबाते देखा गया। फिर बुमराह ने कप्तान रोहित शर्मा से बात की। रोहित और बुमराह ने अंपायर से बात की। इसके बाद भारतीय तेज गेंदबाज मैदान से बाहर चले गए। उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल फील्डिंग करने उतरे।
अंपायर से बात करने के बाद मैदान से बाहर गए
बुमराह के मैदान से बाहर जाने से पहले नई गेंद मिलने में 5 ओवर शेष था। शायद रोहित और बुमराह ने अंपायर से बात की कि मैदान पर वापस आने के बाद वह कब गेंदबाजी कर सकते हैं। बुमराह 2 ओवर के अंदर मैदान पर वापस आ गए। मेलबर्न में काफी गर्मी है। ऐसे में हो सकता है बुमराह को क्रैम्प आया हो। उपचार कराने के बाद वह मैदान पर लौट आए हों।
अकेले दम पर बुमराह ने भारत को सीरीज में बनाए रखा
अगर बुमराह केवल क्रैम्प से पीड़ित से हैं तो यह भारत के लिए राहत की खबर है। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। अकेले दम पर उन्होंने भारत को सीरीज में बनाए रखा है। पहले स्पेल में सैम कोनस्टास की तूफानी बल्लेबाजी के बाद बुमराह ने शानदार वापसी की। उन्होंने उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श को आउट करके भारत की वापसी कराई।
कोनस्टास ने बुमराह के पहले स्पेल में 34 गेंद पर 33 रन ठोक दिए
इससे पहले डेब्यूटेंट सैम कोनस्टास ने जसप्रीत बुमराह के पहले स्पेल में 34 गेंद पर 33 रन ठोक दिए। बुमराह ने 6 ओवर में 38 रन दिए। कोनस्टास 65 गेंद पर 60 रन बनाए। बुमराह को टेस्ट क्रिकेट में 4 साल बाद छक्का लगा। पहली बार एक स्पेल में इतना रन बना। 6 साल बाद उन्हें 2 छक्के लगे।