नई दिल्ली: कानपुर में शुक्रवार (27 सितंबर) को भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कप्तान रोहित शर्मा ने इसके अलावा एक और चौंकाने वाला फैसला किया। टीम ने कानपुर टेस्ट के लिए प्लेइंग 11 में कोई बदलाव नहीं किया। यानी लोकल ब्वॉय कुलदीप यादव को मौका नहीं मिला। उन्हें घरेलू मैदान पर टेस्ट खेलने के लिए और इंतजार करना होगा।
भारतीय टीम ने 5 साल बाद प्लेइंग 11 में बदलाव नहीं किया। भारतीय टीम ने घरेलू सरजमीं पर 9 साल बाद टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। कानपुर में दूसरी बार ऐसा हुआ। भारत ने घरेलू सरजमीं पर 14वीं बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। 14 में से 4 बार भारतीय टीम मैच हारी है। बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले 2015 में ऐसा हुआ था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच ड्रॉ रहा था। विराट कोहली कप्तान थे।
भारत में लगातार दो टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला
कानपुर में 24 टेस्ट मैचों में किसी टीम ने दूसरी बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का विकल्प चुना है। इससे पहले 1964 में (इंग्लैंड के विरुद्ध) ऐसा हुआ था। पहली बार भारत में लगातार दो टेस्ट मैचों में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। एकमात्र अन्य सीरीज जिसमें ऐसा दो बार हुआ वह 1997 में भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की सीरीज थी।
बांग्लादेश ने प्लेइंग 11 में 2 बदलाव किए
पिछली बार भारत ने 2019 में लगातार दो घरेलू टेस्ट मैचों में प्लेइंग 11 में बदलाव के बगैर खेला थे। इंदौर और कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ ऐसा हुआ था। बांग्लादेश की टीम ने प्लेइंग 11 में 2 बदलाव किए। तस्कीन अहमद और नाहिद राणा की जग ताइजुल इस्लाम और खालिद अहमद को मौका मिला। ऑलराउंडर शाकिब अल हसन यह मैच खेल रहे हैं। कप्तान नजमुल हसन शान्तो ने कहा कि वह पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे।
भारत की प्लेइंग 11: यशस्वी जयसवाल, रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएल राहुल, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, आकाश दीप, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।
बांग्लादेश की प्लेइंग 11: शादमान इस्लाम, जाकिर हसन, नजमुल हुसैन शान्तो (कप्तान), मोमिनुल हक, मुश्फिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, लिट्टन दास (विकेटकीपर), मेहदी हसन मिराज, तैजुल इस्लाम, हसन महमूद, खालिद अहमद।