नई दिल्ली: ग्वालियर में 14 साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट होना है। इससे पहले शहर में धारा 163 लागू है। हिंदू महासभा ने बंद बुलाया है। प्रशंसक रविवार (6 अक्टूबर) को तीन मैचों की सीरीज के पहले टी20 मैच में रनों की बरसात की उम्मीद कर सकते हैं। नया बना श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करेगा। मध्य प्रदेश लीग (MPL) के पहले सीजन के स्कोर को देखते हुए भारत-बांग्लादेश टी20 हाई स्कोरिंग मैच होने की उम्मीद है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) के एक अधिकारी ने बताया, ” जून में यहां खेले गए 12 मैचों में टीमों ने चार बार 200 का आंकड़ा पार किया। यहां की पिचें बल्लेबाजों के लिए मददगार रही हैं और रविवार को भी इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।” एमपीएल फाइनल में मालवा पैंथर्स ने ग्वालियर चीताज के खिलाफ एक गेंद शेष रहते 193 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। टूर्नामेंट की शुरुआत जबलपुर लायंस के 4 विकेट पर 249 रन बनाने से हुई। जवाब में भोपाल लेपर्ड्स ने 216 रन बनाए। टूर्नामेंट के दौरान पहली पारी का औसत स्कोर 171 और दूसरी पारी का 150 रन रहा। अधिकारी ने कहा, “औसत स्कोर में गिरावट आई क्योंकि तीन या चार मैच बारिश से प्रभावित थे।”
टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने ग्वालियर में पहले नेट सेशन के दौरान ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के साथ समय बिताया। वह पांड्या के रन-अप पर काम कर रहे थे, खासकर तब जब पांड्या अपने बॉलिंग एक्शन की प्रैक्टिस कर रहे थे। पंड्या के स्टंप के करीब बॉलिंग करने से मोर्कल नाखुश लग रहे थे। हर बार जब पांड्या अपने बॉलिंग मार्क पर वापस जाते थे, तो नए बॉलिंग कोच उनके कान में कुछ कहते थे। 10-15 मिनट के बाद, मोर्कल को पांड्या को उनके रिलीज पॉइंट के बारे में कुछ इशारा करते हुए देखा गया। भारतीय ऑलराउंडर ने सिर हिलाया और उसके बाद ही मोर्कल ने अपना ध्यान अर्शदीप सिंह और नए खिलाड़ी हर्षित राणा और मयंक यादव की ओर लगाया।
ग्वालियर में धारा 163 लागू
बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचार के विरोध में हिंदू महासभा ने मैच के दिन ग्वालियर बंद का आह्वान किया है। इसका मुकाबला करने के लिए ग्वालियर की जिला मजिस्ट्रेट रुचिका सिंह ने सोमवार (7 अक्टूबर) तक धारा 163 लागू कर दी है और ग्वालियर पुलिस ने हिंदू महासभा के कम से कम 30 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस तरह, पांच या उससे अधिक लोग कहीं भी इकट्ठा नहीं हो सकते। साथ ही, प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस, प्रदर्शन या सार्वजनिक बैठकें नहीं की जा सकतीं। हिंदू महासभा ने बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन किया, जिस दिन दोनों टीमें शहर में पहुंचीं।