नई दिल्ली: इंग्लैंड दौरे पर भारत की प्लेइंग 11 में एकमात्र तेज गेंदबाज ऑलराउंडर के स्थान के लिए शार्दुल ठाकुर और नितीश कुमार रेड्डी के बीच मुकाबला हैं। इंग्लैंड लायंस की बल्लेबाजी के सामने इंडिया ए के लिए दोनों खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन ने टीम मैनेजमेंट की चिंता बढ़ा दी है। इंग्लैंड लायंस ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 7 विकेट पर 527 रन बना लिए । ऐसे में पहला चार दिवसीय मैच ड्रा की ओर बढ़ रहा है। शार्दुल (21 ओवर में 1/90) और रेड्डी (11 ओवर में 0/57) ने 32 ओवर फेंके और 147 रन दिए और केवल 1 विकेट ले पाए। शार्दुल को अधिक समय तक गेंदबाजी करने का मौका मिला, लेकिन एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि वे टॉम हेंस (171) या डेन मूसली (113) को परेशान कर रहे हैं, जिन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया।
बेहद खराब प्रदर्शन
नितीश रेड्डी को अपनी सही लेंथ हासिल करने में दो स्पेल लगे। वहीं शार्दुल का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। लीड्स मैच के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में सातवें नंबर के लिए दोनों में सीधा मुकाबला है, लेकिन उन्होंने औसतन 75 मील प्रति घंटे (120 किमी प्रति घंटे) और 78 मील प्रति घंटे (125 किमी प्रति घंटे) की रफ्तार से गेंदबाजी की। शार्दुल को एक विकेट मिला, लेकिन इसका श्रेय सरफराज खान को जाता है।
नहीं मिला निश्चित जवाब
सरफराज पहली स्लिप से थोड़ा दूर खड़े थे और उन्होंने ओवर-पिच गेंद पर एक हाथ से बाएं तरफ डाइव लगाते हुए कैच लेकर हेंस को दोहरा शतक बनाने से रोक दिया। टेस्ट टीम में शामिल शार्दुल और नितीश को लंच और चाय के बाद के सत्र में पूरी ताकत से गेंदबाजी नहीं करने के लिए कहा गया था या नहीं यह अनुमान का विषय है, लेकिन अगर भारतीय टीम प्रबंधन यह देखना चाहता था कि इन दोनों में से कौन इंग्लिश परिस्थितियों में एक दिन में 10-12 ओवर कर सकता है, तो शायद उन्हें इसका निश्चित जवाब नहीं मिला।