नई दिल्ली: भारतीय हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार भारत में खेलेगी। वहीं यह पहला मौका है जब टीम इंडिया घर पर बिना अपने पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश के खेलेगी। दोनों टीमों के बीच दो मैचों की सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम घर पर वर्ल्ड चैंपियन टीम के खिलाफ किसी भी सूरत में जीत चाहेगी। 11 साल बाद यह पहला मौका है भारतीय हॉकी टीम दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी।
दिल्ली में हॉकी की वापसी
हरमनप्रीत सिंह ने टेस्ट श्रृंखला की घोषणा के बाद कहा था ,‘‘ यह श्रृंखला दो टीमों के बीच मुकाबला ही नहीं है बल्कि दिल्ली में हॉकी की वापसी भी है। हमें उम्मीद है कि इससे ज्यादा से ज्यादा युवा हॉकी के प्रति आकर्षित होंगे।’’ रैंकिंग में जर्मनी दूसरे और भारत पांचवें स्थान पर है लेकिन आधुनिक हॉकी में शीर्ष पांच टीमें कभी भी एक दूसरे को हराने का माद्दा रखती हैं। जर्मनी की टीम वर्ल्ड चैंपियन होने के साथ-साथ ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट है।
भारतीय टीम में बदलाव
डिफेंडर और ड्रैग फ्लिकर वरूण कुमार टीम में लौटे हैं जो एक जूनियर वॉलीबॉल खिलाड़ी के यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण बाहर थे। उन्हें क्लीन चिट मिल चुकी है। भारत को मिडफील्ड में हार्दिक सिंह की कमी खलेगी जो पेरिस ओलंपिक में लगी चोट से उबर नहीं सके हैं। भारतीय कोच क्रेग फैल्टन ने मिडफील्डर राजिंदर सिंह और स्ट्राइकर आदित्य अर्जुन लालगे को पदार्पण का मौका दिया है।
भारत और जर्मनी के बीच दो हॉकी मैचों की सीरीज खेली जाएगी। सीरीज का पहला मैच 23 अक्तूबर और दूसरा मैच 24 अक्तूबर को खेला जाएगा, मुकाबले दिल्ली के ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में खेले जाएंगे, लाइव स्ट्रीमिंग फैन कोड ऐप और लाइव टेलीकास्ट दूरदर्शन पर होगा