दुबई: भारत और न्यूजीलैंड के बीच नौ मार्च (रविवार) को चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था, जबकि न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को मात देकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 25 साल बाद एक बार फिर यह दोनों टीमें आईसीसी के सीमित ओवर प्रारूप के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी। इस मुकाबले के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस प्रारूप में अपने भविष्य को लेकर बड़ा फैसला कर सकते हैं।
लंबे समय तक भारतीय टीम को कुशल बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर सेवाएं देने वाले रोहित शर्मा का यह सीमित ओवर का आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट हो सकता है। भारत इस खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। हिटमैन के नेतृत्व में टीम इंडिया अब तक चैपिंयस ट्रॉफी में अजेय रही है। अगर भारत ट्रॉफी अपने नाम करने में सफल रहता है तो फिर महेंद्र सिंह धोनी के बाद हिटमैन एक से अधिक आईसीसी प्रतियोगिता जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन जाएंगे।
रोहित की अगुआई में भारत ने पिछले साल वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप जीता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद रोहित और विराट कोहली ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित चैंपियंस ट्रॉफी के बाद इस तरह का फैसला कर सकते हैं और इसमें मैच का परिणाम कोई भूमिका नहीं निभाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित वनडे में अपने भविष्य को लेकर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर के साथ चर्चा कर सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट में देखा गया है कि चयनकर्ता किसी बड़े खिलाड़ी के भविष्य को लेकर फैसला नहीं करते हैं बल्कि खिलाड़ी स्वयं इसको लेकर बोर्ड के शीर्ष पदाधिकारियों से बात करते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी जीतता है तो कप्तान रोहित संन्यास की घोषणा कर सकते हैं लेकिन यह बात समझ में आती है कि फाइनल से पहले वह संन्यास से जुड़े सवालों से बचने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आए। उनकी जगह उपकप्तान शुभमन गिल ने पत्रकारों को संबोधित किया और बताया कि ड्रेसिंग रूम में किसी खिलाड़ी के संन्यास को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गिल ने कहा, हमने इस बारे में बात नहीं की है। हमारी सारी चर्चा सिर्फ मैच जीतने को लेकर हुई है और हमें बस यह मुकाबला जीतना है। रोहित ने इस बारे में ना सिर्फ मुझसे बल्कि टीम से भी चर्चा नहीं की है। मुझे लगता है कि रोहित भी बस फाइनल जीतने के बारे में सोच रहे हैं। उपकप्तान गिल ने कहा, मुझे लगता है कि रोहित पहले चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मैच खत्म होने के बाद वह इसे लेकर फैसला ले सकते हैं, लेकिन टीम में किसी से भी मैंने इस बारे में कुछ सुना नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इतना तय है कि कोहली और रोहित वनडे से एक साथ संन्यास नहीं लेंगे। टी20 विश्व कप के बाद ऐसा हुआ क्योंकि उस प्रारूप में उनके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हासिल करने के लिए और कुछ नहीं बचा था। अगर अन्य प्रारूप की बात करें तो कोहली की निगाह टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन पूरे करने पर टिकी हैं। उनके समकालीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। एक टेस्ट क्रिकेटर के रूप में कोहली का आगे खेलना निश्चित है और इस साल होने वाले इंग्लैंड दौरे में उनकी जरूरत पड़ेगी। लेकिन यही बात रोहित के लिए नहीं कही जा सकती जो ऑस्ट्रेलिया के दौरे के दौरान अच्छी फॉर्म में नहीं होने के कारण सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच से स्वयं बाहर हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, क्या रोहित वनडे से संन्यास लेंगे और टेस्ट क्रिकेट में बने रहेंगे, या उन्हें घरेलू धरती पर वनडे मैच खेल कर विदाई लेने का मौका दिया जाएगा, इसका जवाब भविष्य के गर्त में छिपा है लेकिन अगर भारत के भविष्य के दौरान कार्यक्रम (एफटीपी) पर गौर करें तो भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर में होने वाली सीरीज से पहले स्वदेश में कोई वनडे मैच नहीं खेलना है। इसका मतलब होगा कि भारतीय कप्तान अगर बांग्लादेश में होने वाली वनडे सीरीज, श्रीलंका में होने वाले एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की सीरीज में नहीं खेलते हैं तो उन्हें नौ मार्च के बाद अगला वनडे खेलने का मौका दिसंबर में ही मिलेगा। अगर रोहित को लगता है कि वह 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक टीम में नहीं बने रहेंगे तो क्या चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वह इस प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे। इस सवाल का जवाब रविवार को काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगा।