नई दिल्ली : भारतीय टीम को टी 20 सीरीज में जीत दर्ज करने के लिए आखिरी मैच जीतना बेहद जरूरी है, लेकिन इस मैच को जीतने के लिए प्लेइंग इलेवन का चयन बेहद सावधानी से किए जाने की जरूरत है। अब विराट के एक भी गलत कदम से टीम इंडिया को सीरीज गंवानी पड़ सकती है। ऐसे में अगर भारतीय टीम को सीरीज में जीत दर्ज करनी है तो खिलाड़ियों का चयन सबसे अहम रहने वाला है। वेस्टइंडीज की टीम कमजोर नहीं है और वो क्या कुछ कर सकती है ये हम सबने दूसरे मैच में देख लिया था।
दूसरे मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने खास तौर पर बड़े नामों ने निराश किया था। रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों का ना चलना टीम के हित में नहीं रहा था और इसके बाद गेंदबाजों ने भी कुछ खास नहीं किया और हमें ये मैच आठ विकेट से गंवाना पड़ा था। इसमें कोई शक नहीं कि टीम इंडिया बेहद मजबूत टीम है और वेस्टइंडीज को हरा सकती है, लेकिन निर्णायक मैच के लिए अंतिम ग्यारह के चयन में काफी सावधानी बरते जाने की जरूरत है।
एक बार फिर से ओपनिंग बल्लेबाजी की जिम्मेदारी रोहित शर्मा और केएल राहुल पर रहेगी। रोहित शर्मा से मुंबई में एक अच्छी पारी की उम्मीद जरूर रहेगी। विराट कोहली तीसरे नंबर पर होंगे हालांकि दूसरे मैच में इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए शिवम दुबे आए थे। वैसे जरूरी नहीं है कि वो फिर से इसी नंबर पर आएं, लेकिन कप्तान जरूरत के हिसाब से कुछ भी फैसला ले सकते हैं। हालांकि शिवम दुबे ने पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन करते हुए अर्धशतक लगाया था।
श्रेयस अय्यर नंबर चार के लिए विराट की पहली पसंद होंगे, लेकिन वो पिछले दो मैचों में फेल रहे थे ऐसे में हो सकता है मनीष पांडे को आजमाया जाए। हालांकि इसकी संभावना कम ही लगती है पर शायद ऐसा हो। रिषभ पंत पांचवें नंबर पर आएंगे। पहले मैच में पंत ने तेज पारी खेली थी जबकि दूसरे मैच में वो 33 रन बनाकर नाबाद रहे थे। रिषभ अपने खेल में निखार लाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें एक बड़ी पारी का इंतजार है।
रवींद्र जडेजा बेहतरीन ऑल राउंडर हैं और वो गेंदबाजी के साथ-साथ अच्छी बल्लेबाजी भी करते हैं। उनका टीम में रहना तय लग रहा है। तीसरे मैच में शायद वाशिंगटन सुंदर को मौका ना मिले क्योंकि उन्होंने अब तक कुछ खास प्रभावित नहीं किया है। हो सकता है उनकी जगह कुलदीप यादव को मौका मिले। कैरेबियाई बल्लेबाज स्तरीय स्पिन गेंदबाजी से परेशान हो सकते हैं और कुलदीप में वो क्षमता है।
तेज गेंदबाजों की बात करें तो खराब प्रदर्शन के बावजूद दीपक चाहर टीम में बने रह सकते हैं। दीपक में वो क्षमता है कि वो कभी भी मैच का रुख पलट सकते हैं। भुवी ने पिछले दो मैचों में कुछ खास नहीं किया है ऐसे में हो सकता है कि उनकी जगह शायद मो. शमी को मौका मिल जाए। चहल ने इस सीरीज में अब तक अच्छा किया है। वो स्पिनर के तौर पर टीम में बने रह सकते हैं। वैसे भी अगर कुलदीप और चहल साथ में गेंदबाजी करें तो विरोधी टीम के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।